बेटा बना देश का प्रधानमंत्री, पर मां हीरा बा के लिए सबसे बड़ा क्षण कुछ और था
नई दिल्ली: एक मां का अपने बच्चे के साथ रिश्ता शब्दों में परिभाषित नहीं किया जा सकता। वो स्नेह असीमित होता है। साधु-संत भी कहते हैं कि मां धरती पर ईश्वर का रूप होती है। आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन (100) का निधन हो गया। दो दिन पहले जैसे ही मां के बीमार होने की खबर मिली थी, मोदी दिल्ली से अहमदाबाद पहुंच गए थे। आज तड़के उनका ट्वीट आया, ‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।’ सुबह होते-होते वह गांधीनगर पहुंच चुके थे। मां (Heeraben Modi) को अंतिम विदाई देते समय वह भावुक हो गए। मां के चरणों को छुआ, नमन किया। जिसने भी ये तस्वीरें देखीं, आंखों से आंसू छलक गए। पीएम का अपनी मां से रिश्ता ही कुछ ऐसा था। बीते वर्षों में पूरे देश ने देखा और महसूस किया था। पहले गुजरात का सीएम रहते और बाद में पीएम बनने के बाद उन्हें जब भी मौका मिलता वह मां से मिलने, उनका आशीर्वाद लेने पहुंच जाते। मां उन्हें अपने हाथों से खिलाती, पानी पिलाती। ये तस्वीरों में आपने भी देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं पीएम की मां के लिए सबसे बड़ा पल वो नहीं था जब वह देश के प्रधानमंत्री बने बल्कि तब था जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे। जी हां, यह एक मां की ममता को बयां करने वाली कहानी है।