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हिंद महासागर में डूबा चीनी जहाज, बॉर्डर की बदमाशी भूल भारत ने दिखाया बड़ा दिल, भेजा टोही विमान

नई दिल्‍ली: दुश्मन भी मुसीबत में हो तो उसकी मदद करना इंसानियत है। भारत ने बड़ा दिल दिखाया है। सीमा पर चीन की गुस्ताखियों को एक ओर रखकर भारत ने मदद की। चीनी मछुआरों की एक नौका दक्षिणी हिंद महासागर क्षेत्र में पलट गई थी। उसपर सवार 39 क्रू मेंबर्स की तलाश के लिए भारतीय नौसेना ने अपना टोही विमान P-8I भेज दिया। बुधवार से नेवी के एयरक्राफ्ट ने सर्च एंड रेस्क्यू शुरू किया। इस विमान में रडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिक सेंसर्स लगे हैं। चीनी नाव Lu Peng Yuan Yu 028 भारत से करीब 900 नॉटिकल मील (1,667 किलोमीटर) दूर डूबा है। गुरुवार को भी P-8I विमान ने खराब मौसम के बावजूद स्‍पॉट के कई चक्कर लगाए। नेवी के एक अधिकारी ने हमारे सहयोगी टाइम्‍स ऑफ इंडिया को बताया कि डूबे जहाज का कुछ सामान लोकेट किया गया है।

समुद्री लुटेरों से घिरा है यह इलाका

चीनी नौसेना के युद्धपोत अभी घटनास्थल पर पहुंच ही रहे हैं। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी-नेवी (PLAN) ने भारत से रिक्वेस्ट की। इसके बाद P-8I विमान से लाइफ राफ्ट्स गिराए गउए। PLAN के जहाज अदन की खाड़ी पहुंच रहे हैं। इस इलाके में समुद्री लुटेरों का भी आतंक है। अभी तक के सर्च में दो शव बरामद किए गए हैं। नाव पर सवार 39 लोगों में से 17 चीन से थे, 17 इंडोनेशिया के और पांच फिलीपींस के।

चीन ने अदा किया भारत का शुक्रिया

इंडियन नेवी ने एक बयान में कहा कि ‘समुद्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विश्वसनीय और जिम्मेदार भागीदार के रूप में भारत ने दायित्वों का प्रदर्शन’ किया। चीन ने बाद में भारत, श्रीलंका, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया, मालदीव और फिलीपींस को मदद के लिए शुक्रिया कहा। भारत ने एक और मानवतावादी ऑपरेशन में चक्रवात ‘मोका’ से प्रभावित म्यांमार की मदद के लिए राहत सामग्री के साथ चार युद्धपोत भेजे हैं।

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