पश्चिमी देशों को दूसरों के बारे में टिप्पणी करने की बुरी आदत है, एस जयशंकर ने तीखे अंदाज में सुना दी खरी-खरी

नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने रविवार को कहा कि पश्चिमी देशों (Western Countries) को लंबे समय से दूसरों पर टिप्पणी करने की बुरी आदत रही है और वे सोचते हैं कि अन्य देशों के आंतरिक मामले में उनके पास बोलने का भगवान का दिया अधिकार है। जयशंकर ने कर्नाटक में बेंगलुरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या और बेंगलुरु मध्य के सांसद पी. सी. मोहन की ओर से आयोजित ‘मीट एंड ग्रीट’ कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। विदेश मंत्री कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराये जाने को लेकर जर्मनी और अमेरिका की टिप्पणी से संबंधित एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा (इसके) दो कारण हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि पश्चिम में लंबे समय से दूसरों पर टिप्पणी करने की बुरी आदत है। वे यही सोचते हैं कि ऐसा (दूसरों पर टिप्पणी) करना किसी न किसी रूप में उनका ईश्वर-प्रदत्त अधिकार है। उन्हें केवल अनुभव से सीखना होगा कि यदि आप टिप्पणी करना जारी रखते हैं तो आपके खिलाफ दूसरे भी टिप्पणी करना शुरू कर देंगे और ऐसा यदि होता है तो उन्हें पसंद नहीं आएगा। मैं देख रहा हूं कि ऐसा हो रहा है।