लटक रही जेल जाने की तलवार, लगे 34 आरोप… डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के सपने का अब क्या होगा?

वॉशिंगटन : आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को पहली बार न्यूयॉर्क जज के सामने हाजिर हुए। ट्रंप ने मैनहट्टन क्रिमिनल कोर्ट में ज्यूरी की ओर से लगाए गए 34 आरोपों को अस्वीकार करते हुए खुद को बेकसूर ठहराया। इनमें तीन मामले गुप्त भुगतान (Hush-Money Payments) से जुड़े हुए हैं। खासकर 2016 के राष्ट्रपति अभियान के दौरान पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे देने का मामला जिसने ट्रंप को मुसीबत में डाल दिया है। कोर्ट में प्रवेश से पहले ट्रंप ने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन किया। अदालत में उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। हालांकि एक घंटे की सुनवाई के बाद ट्रंप को रिहा कर दिया गया। अहम सवाल यह है कि इस केस का ट्रंप के लिए 2024 के राष्ट्रपति चुनावों पर क्या असर पड़ेगा?
क्या लड़ सकते हैं राष्ट्रपति चुनाव?
ट्रंप 2024 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए खुद को रिपब्लिकन उम्मीदवार के रूप में देख रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान के दौरान भी उन्हें जरूरत पड़ने पर मुकदमे की कार्यवाही के दौरान कानूनी रूप से उपस्थित रहना पड़ेगा। विशेषज्ञ कहते हैं कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप एक महीने के लिए हर दिन कठघरे में हो सकते हैं। कार्यवाही या संभावित जेल ट्रंप के अभियान को बाधित भी कर सकते हैं। हालांकि तमाम आरोपों के बावजूद ट्रंप राष्ट्रपति बनने और निर्वाचित होने के योग्य होंगे।
आठ कारों के काफिले के साथ पहुंचे कोर्ट
ट्रंप के मंगलवार को न्यूयॉर्क कोर्ट पहुंचने से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। ट्रंप आठ कारों के काफिले से अदालत पहुंचे। अदालत पहुंचने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। ट्रंप को गिरफ्तार किए जाने के कुछ ही समय बाद उनके अभियान संचालकों ने उनकी टी-शर्ट पहने एक मगशॉट तस्वीर जारी की जिसमें कहा गया था कि वे दोषी नहीं हैं। अदालत कक्ष इमारत के 15वें तल पर स्थित है लेकिन ट्रंप अदालत पहुंचने के करीब 70 मिनट पर अदालत कक्ष पहुंचे। ट्रंप के वकील ने कहा कि वह अदालत से कहेंगे कि वह (ट्रंप) दोषी नहीं हैं।