
युद्ध के मैदान से लेकर खेल के मैदान तक चीन अपनी चालबाजी से बाज नहीं आता है. चीन के हांगझोउ में जारी एशियन गेम्स (Asian Games-2023) में भी कुछ ऐसा ही वाकया देखने को मिला. 100 मीटर हर्डल में चीन की खिलाड़ी ने फॉल्स स्टार्ट के बावजूद स्पर्धा में हिस्सा लिया. इतना ही नहीं, मेडल भी जीत लिया. भारत के ऐतराज के बाद चीनी खिलाड़ी से मेडल छिना.
ज्योति का मेडल अपग्रेड
चीन में जारी एशियन गेम्स में भारत को 52वां मेडल ज्योति याराजी (Jyothi Yarraji) ने दिलाया. उन्होंने 100 मीटर हर्डल रेस में ब्रॉन्ज हासिल किया था लेकिन बाद में भारतीय अधिकारियों ने आपत्ति जाहिर की. दरअसल, ये आपत्ति चीन की खिलाड़ी यन्नी वू (Yanni Wu) को लेकर थी. यन्नी वू ने फॉल्स स्टार्ट की थी. जांच के बाद ज्योति का मेडल अपग्रेड हुआ.
चीनी खिलाड़ी से छिना मेडल
अधिकारियों ने ऐतराज के बाद मामले की जांच की. जांच पूरी होने के बाद पता चला कि चीन की एथलीट यन्नी वू ने गलत शुरुआत की थी. इस वजह से यन्नी वू को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया. इस तरह ज्योति का मेडल अपग्रेड हुआ और उनके खाते में सिल्वर मेडल जुड़ गया.
भारत की मेडल्स की फिफ्टी
चीन के हांगझोउ में एशियाई खेलों (Asian Games 2023) में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है. इन खेलों में भारत ने अब तक कुल 52 मेडल अपने नाम कर लिए हैं. इनमें 13 गोल्ड, 21 सिल्वर और 18 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. 1 अक्टूबर को शॉट पुट (गोला फेंक) में तेजिंदर पाल सिंह तूर ने गोल्ड मेडल जीता. वहीं, अविनाश साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेज में गोल्ड मेडल अपने नाम किया.