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कभी होटल में टेबल साफ करते थे भास्कर, आज हर महीने करोड़ों में कमाई, एक आइडिया से चमका बिजनेस

नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की एक मशहूर लाइन है, " सपने वो नहीं होते , जिन्हें हम बंद आंखों से देखते हैं। सपने वो होते हैं, जो हमें सोने नहीं देते।" कर्नाटक के रहने वाले केआर भास्कर (KR Bhaskar) की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) के दूसरे सीजन में ऐसे कई एंटरप्रेन्योर आ रहे हैं, जिनकी कहानी न केवल शार्क्स को भावुक कर जाती है, बल्कि लोग भी इमोशनल हो जाते हैं। करोड़ों का कारोबार खड़ा करने वाले इन एंटरप्रेन्योर की स्ट्रगल स्टोरी आपको प्रेरित कर देगी। ऐसी ही कहानी है कर्नाटक के केआर भास्कर की। कभी होटल में वेटर का काम करने वाले भास्कर ने करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में उनकी फूड चेन चलती है। भले ही भास्कर वो शार्क टैंक इंडिया में शार्क्स से फंड नहीं मिले, लेकिन उनकी कहानी ने लोगों का दिल जीत लिया है।

कौन हैं केआर भास्कर

कर्नाटक के रहने वाले केआर भास्कर ‘भास्कर का पुरणपोली घर’ नाम का अपना ब्रांड चलाते हैं। पुरणपोली स्नैक्स बेचकर वो आज हर महीनों लाखों-करोड़ों कमा रहे हैं। उनके आउटलेट्स कर्नाटक और महाराष्ट्र में फैले हैं और काफी पॉपुलर हैं। भास्कर का बिजनेस इस फाइनेंशियल ईयर में 3.6 करोड़ का नेट प्रॉफिट बना रहा है। भास्कर आज सफलता की ऊंचाई पर पहुंच गए हैं, लेकिन ये सब इतना आसान नहीं था। अपने कारोबार को यहां तक पहुंचाने में उन्होंने काफी मेहनत की।

होटल में टेबल साफ करते थे

भास्कर ने शो में बताया कि 25 साल पहले वो बेंगलुरू के एक होटल में वेटर का काम करते थे। उस वक्त उनकी उम्र 12 साल की थी। पांच सालों तक वो होटल में टेबल, बर्तन साफ करने का काम करते रहे। फिर उन्होंनें डांस इंस्ट्रक्टर के तौर पर 8 सालों तक ये काम किया। उन्होंने पान की दुकान चलाई, लेकिन इन सबमें कुछ खास कमाई नहीं हो रही थी। भास्कर जब 23 साल के थे, उन्होंने साइकिल पर पूरणपोली बेचना शुरू कर दिया। बस फिर क्या था, उनकी जिंदगी ने करवट ली और आज वो करोड़ों के कारोबारी बन गए।

कुकिंग शो ने बना दिया फेमस

भास्कर ने बताया कि कैसे एक कुकिंग शो में उनका सलेक्शन हुआ। इस शो ने उन्हें फेमस बना दिया। धीरे-धीरे भास्कर ने अपना ब्रांड खड़ा कर लिया। आज हर 8 महीने में भास्कर अपना नया आउटलेट खोल लेते हैं। आज सिर्फ कर्नाटक में उनकी 17 दुकानें और 10 से ज्यादा फ्रेंचाइजी हैं। इन दुकानों से उनके हर महीने की सेल 18 करोड़ के करीब है। भास्कर ने अपनी मेहनत से भास्कर पुरणपोली घर को एक मुनाफा लेने वाली कंपनी बना दिया। अब उनके दो और पार्टनर जुड़ गए हैं, जो महाराष्ट्र में उनके कारोबार को बढ़ा रहे हैं। भास्कर की कंपनी हर दिन 1000 से अधिक पुरणपोली बेचती है। पुरणपोली के अलावा उनके आउटलेट्स में 400 से ज्यादा स्नैक्स बिकते हैं।

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