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चुनाव जीतते ही डॉनल्ड ट्रम्प का फैसला, सुजैन विल्स को बनाया व्हाइट हाउस का चीफ ऑफ स्टाफ

वाशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार अभियान की प्रबंधक सुजैन विल्स को ‘व्हाइट हाउस’ की ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ नियुक्त किया है। व्हाइट हाउस अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय एवं आवास है। जिम्मेदारी संभालने के बाद विल्स इस पद पर आसीन होने वाली पहली महिला बन जाएंगी। अमेरिका में चीफ ऑफ स्टाफ एक शक्तिशाली पद होता है।

ट्रंप ने कहा, ‘सुजैन (विल्स) अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए अथक प्रयास करती रहेंगी। अमेरिका के इतिहास में पहली महिला ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ के रूप में सुजैन का होना सम्मान की बात है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह हमारे देश को गौरवान्वित करेंगी।’ विल्स, 2024 में हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप के सफल चुनाव प्रचार अभियान की प्रबंधक थीं।

ट्रंप ने कहा, ‘सूसी (सुजैन) विल्स ने मुझे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी राजनीतिक जीत हासिल करने में मदद की और वह मेरे 2016 तथा 2020 में हुए चुनाव प्रचार के सफल अभियानों का एक अभिन्न हिस्सा रही हैं।’ नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा, ‘सूसी बुद्धिमान, कड़े निर्णय लेने वाली, नयी सोच की महिला हैं और उन्हें हर कोई पसंद करता है तथा उनका सम्मान करता है।’

कौन हैं सुसी विल्स?

सुसी विल्स को डोनाल्ड ट्रंप के सर्कल और उसके बाहर, उनके अब तक के सबसे अनुशासित और प्रभावी ढंग से प्रबंधित अभियान को चलाने के लिए व्यापक रूप से सराहा जाता है। इसी कारण से उन्हें चीफ ऑफ स्टाफ पद के लिए सबसे प्रमुख उम्मीदवार माना जा रहा है। पूरे चुनावी अभियान के दौरान वह बेहद कम दिखीं। बुधवार सुबह उन्होंने जीत के बाद जश्न के दौरान मंच पर बोलने से परहेज किया। औपचारिक रूप से अभियान प्रबंधक का पद भी नहीं लिया, ताकि उन्हें किसी जांच-पड़ताल का सामना न करना पड़े।

पहले भी कई अभियान का जिम्मा संभाला

विल्स के पास संघीय सरकार का ज्यादा अनुभव नहीं है। इसके बावजूद ट्रंप से उनके घनिष्ठ संबंध हैं। विल्स फ्लोरिडा की एक अनुभवरी रणनीतिकार हैं। 2016 और 2020 में ट्रंप के फ्लोरिडा अभियान का उन्होंने नेतृत्व किया और 2018 में फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसैंटिस की जीत का अभियान भी संभाला। चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में उन्हें राष्ट्रपति के विश्वसनीय सलाहकार की तरह काम करना होगा। वह राष्ट्रपति के एजेंडे को लागू करने में मदद करेंगी। राष्ट्रपति किससे मिलते हैं और किससे बात करते हैं यह भी वह सुनिश्चित करेंगी।

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