उत्तर प्रदेशदेश

सूर्य मिशन आदित्य L1 में बांदा की रहने वाली साइंटिस्ट ऋचा पाठक का भी योगदान,इंजन डिजायन करने वाली टीम की प्रोजेक्ट डायरेक्टर हैं।

आदित्य मिशन के सफलतापूर्वक लॉन्च होने पर,घर में मिठाई खिलाकर एक दूसरे को बधाई दी:- ऋचा पाठक।

बांदा -आज देश का पहला सूर्य मिशन आदित्य L1 सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया। एक ओर जहां पूरा देश ख़ुशी मना रहा है, तो बांदा जनपद भी अपनी बेटी के इस मिशन में अभूतपूर्व योगदान के लिए गर्व महसूस कर रहा है। बांदा की रहने वाली साइंटिस्ट ऋचा पाठक,सूर्य मिशन आदित्य एल 1 की इंजन डिजायन करने वाली टीम की प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में मिशन से जुड़ी रही। आदित्य मिशन के सफलतापूर्वक लॉन्च होने के बाद घर में मिठाई खिलाकर एक दूसरे को बधाई दी गई।

देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल 1 से बांदा का कनेक्शन पूरे बांदा जनपद ही नहीं प्रदेशवासियों के लिए भी गौरव की बात है. इसरो में साइंटिस्ट ऋचा पाठक बांदा जनपद के अतर्रा चुंगी चौकी की रहने वाली हैं। उनके पिता वीरेंद्र वीर पाठक जल संसाधन के सिवा निवृत्ति एसडीओ हैं। रिचा पाठक आज लॉन्च हुए सूर्य मिशन आदित्य L1 के इंजन की डिजाइनिंग टीम में डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर शामिल रही।वह वर्ष 2006 से इसरो में बतौर साइंटिस्ट जुड़ी हुई है।2006 से अब तक उन्हें चार बार प्रमोशन मिल चुका है। उन्होंने आदित्य एल 1 के इंजन को डिजाइन करने में अहम भूमिका निभाई है। बांदा की साइंटिस्ट रिचा पाठक इससे पहले फरवरी 2019 में कुरु फ्रेंच गुयाना स्पेस सेंटर से लांच किए गए भारतीय उपग्रह जी सेट 31 मैं बतौर डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी शामिल थी। उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसंधान क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2016 का यंग साइंटिस्ट मेरिट अवार्ड भी मिल चुका है। इतना ही नहीं रिचा के सम्मान में भारतीय डाक सेवाओं की माई स्टाफ योजना के तहत ₹5 मूल्य का सचित्र डाक टिकट भी जारी हो चुका है। बांदा जनपद के लिए गौरव की बात है कि बांदा की किसी प्रतिभा के लिए डाक टिकट जारी किया गया। उनके पति राम प्रसाद बी भी इंजीनियर है उनकी मां ग्रहणी है।

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