Banda-डिजिटल हाजरी,मूल समस्या के निराकरण की मांग के साथ अन्य समस्याएं:- शिक्षक संघ।
संस्कार विहीन शिक्षा श्रेष्ठ राष्ट्र के निर्माण में असफल।

Banda-शासन को पूर्व में ही सुविधाओं से आक्षादित कर डिजिटल हाजिरी के आदेश पारित करने चाहिए:- डॉ सी पी ललित (शिक्षाविद्)
प्राण रहित तकनीकी अनुपालन,मूल समस्या का विकल्प बनने में असमर्थ :-आर के शुक्ल (प्रधानाचार्य)
परिषदीय/बेसिक शिक्षा के स्तरीय संवर्धन में प्रयास,सरकार की प्राथमिकता एवं प्रशंसनीय कदम :- सरोज कुशवाहा( किसान,नेता)
ब्यूरो एन के मिश्र
बांदा :- आज दिनांक 8 जुलाई 24 से उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा शिक्षकों की डिजिटल हाजरी को भेजने के निर्देश का अनुपालन शत प्रतिशत करने हेतु,शासन की मानसिकता को अब्योहारिक बताते हुए बेसिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी, बांदा को सौंपने के लिए कई सैकड़ा शिक्षक महिला/पुरुषों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंच कर अपना विरोध दर्ज कराया। साथ ही कई मूल समस्या के निराकरण की मांग करते हुए विशाल प्रदर्शन किया।
आखिर कैसे होगी हाजिरी डिजिटल,जब तक शिक्षकों की सभी मांगे पूर्ण नहीं होंगी तब तक डिजिटल हाजिरी अव्यवहारिक है- पंकज सिंह प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बांदा ने जिला अध्यक्ष पंकज सिंह के नेतृत्व में परिषदीय विद्यालयों में लागू की जा रही ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था के विरोध में संबंधित मांगे पूरी होने तक ऑनलाइन उपस्थित लागू न करने का मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर निवदेन किया।
महानिदेशक द्वारा आनलाइन उपस्थिति एवं पंजिकाओं का डिजिटिलाइजेशन करना अव्यवहारिक/तुगलकी फरमान- पंकज सिंह अध्यक्ष
जिला अध्यक्ष ने कहा कि यह सम्भव नहीं है। शिक्षकों की लंबित मांगे पूर्ण हों। जिसमें अन्य विभागों की तरह हाफ डे लीव, 30 ईएल, अवकाश के दिनों में कार्य करने पर प्रतिकर अवकाश इत्यादि,वर्तमान ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था भेदभावपूर्ण,राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ऑनलाइन उपस्थिति का पूर्णतः बहिष्कार करता है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बांदा जनपद इकाई एवं ब्लॉक कार्यकारिणी के समस्त पदाधिकारी सहित पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ, उत्तर प्रदेश महिल शिक्षक संघ,आल अधिकारी कर्मचारी शिक्षक विकास परिषद, प्राथमिक शिक्षक संघ (सुशील पांडे गुट )आदि संघों के पदाधिकारियो सहित सैकड़ो शिक्षक/शिक्षिकाएं सम्मिलित हुए।