उत्तर प्रदेशसामाजिक

Banda – जिलाधिकारी,बांदा एवं किसान यूनियन की बैठक रही निष्फल (निष्कर्ष विहीन)

सरकारी धन और किसानों को लूटने का कार्य बदस्तूर जारी।

Banda – पांच वर्ष की चकबंदी प्रक्रिया दस वर्ष में अधूरी,राज्य वित्त एवं किसानों की लूट अनवरत:- महेंद्र त्रिपाठी (जिलाध्यक्ष,बांदा)

किसान यूनियन,मृतक किसानों के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए तत्पर:- दुल्ला राम (मंडलीय संगठन मंत्री)

अभिलेखों में 80%,जमीन पर 10%, शेष अपूर्ण है चकबंदी प्रक्रिया,फिर भी धारा 52 ? :-मनोज निगम (नगर अध्यक्ष,बांदा)

जिला प्रशासन/चकबंदी विभाग बांदा की कार्यवाही ने प्रदेश प्रशासन की कार्यशैली को किया दागदार:- जय राम प्रसाद (पूर्व प्रधान )

ब्यूरो एन के मिश्र

बांदा – आज दिनांक को अशोक लाट में चल रहे भारतीय किसान यूनियन अराo के धरना प्रदर्शन के तृतीय दिवस में जिला प्रशासन के मुखिया जिला अधिकारी बांदा नगेंद्र सिंह के आवाहन पर मंडल अध्यक्ष बलराम तिवारी के नेतृत्व में किसान यूनियन के एक प्रतिनिधिमंडल से जिलाधिकारी आवास पर हुई बैठक में। जिले में चल रही भ्रष्ट चकबंदी प्रक्रिया में व्याप्त भ्रष्टाचार में संलिप्त चकबंदी अधिकारियों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्यवाही की मांग और मृतक किसानों के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग के साथ तीन ग्रामों की चकबंदी प्रक्रिया निरस्त कर पुनः संपादित कराए जाने के परिपेक्ष की वार्ता पूर्णत: व्यर्थ व निष्फल साबित हुई।

महेंद्र त्रिपाठी जिलाध्यक्ष,बांदा बैठक से वापस हुए प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित किसान व परिवारों का पक्ष रखते हुए बताया की शासना देश के अनुसार चकबंदी प्रक्रिया धारा 4(1) से लेकर धारा 52 की प्रक्रिया 05 वर्ष के समय में पूर्ण किए जाने की अवधि सुनिश्चित की गई जबकि इस प्रक्रिया को शासनादेशों के उल्लंघन करते हुए भ्रष्ट प्रक्रिया को अपनाकर 10 वर्ष पर भी चकबंदी प्रक्रिया अपूर्ण रखी गई है राज्य सरकार के द्वारा प्रतिवर्ष प्राप्त राजस्व और किसानों का शोषण करते हुए सरकारी एवं किसानों के धन को लूटने का,विभाग के द्वारा कार्य किया जा रहा है।

मनोज निगम नगर अध्यक्ष,बांदा ने मीडिया को बताया की बांदा जनपद की भ्रष्ट्र चकबंदी प्रक्रिया की कार्यशैली पूर्णतया संदिग्ध एवं असंवैधानिक रूप से संपादित की जा रही है जिसका निष्कर्ष पूर्ण प्रक्रिया से जो किसानों के हित के लिए होनी चाहिए थी वह व्यक्तिगत लाभ कमाने एवं विशेष वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए अभिलेखों में हेरा फेरी सत् प्रतिशत की गई है। जिसका आकलन 80% अभिलेखों में 10% जमीनी स्तर पर शेष अपूर्ण लंबित पड़ी हुई है फिर भी चकबंदी विभाग के द्वारा धारा 52 के प्रकाशन की तैयारी पूर्ण की जा चुकी है। जो भ्रष्ट प्रक्रिया का प्रमाण है। जिसके संबंधित पूर्ण साक्ष्य उपलब्ध हैं। जिससे स्पष्ट होगा कि चकबंदी के हर अनुक्षेद का मजाक उड़ाया जा रहा हैं।

दुल्ला राम मंडलीय संगठन मंत्री ने कहा कि शीघ्र ही भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष बलराम तिवारी के नेतृत्व में प्रदेश स्तर नेतृत्व से वार्ता कर प्रदेश के संपूर्ण जनपदों में किसान यूनियन का प्रत्येक किसान कार्यकर्ता बांदा के धरना प्रदर्शन में अपनी सहभागिता दर्ज कराएगा। आज धरने में जनपद के सभी तहसीलों एवं विकासखंडों से पदाधिकारियों ने उपस्थिति दर्ज कराई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button