उत्तर प्रदेशदेश

Banda – बांदा सत्र न्यायालय भवन में हिंदी दिवस पर भव्य समारोह आयोजित।

Banda – हिंदी का मूल उदगम संस्कृत से हुआ, इसीलिए हिंदी में व्यापकता है:- डॉo बब्बू सारंग।

समूची संस्कृति की आग का ही नाम हिंदी है:-डॉo ललित दीक्षित।

हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने वालों में सीजेएम बी डी गुप्ता,न्यायिक अधिकारी गरिमा सिंह,अर्पिता साहू तथा अन्य कर्मचारीगण। 

ब्यूरो एन के मिश्र 

बांदा – अखिल भारतीय हिंदी विधि प्रतिष्ठान के तत्वावधान में बांदा न्यायालय भवन में हिंदी दिवस पर भव्य समारोह आयोजित हुआ।

समारोह हिंदी के लब्धप्रतिष्ठ राष्ट्रीय साहित्यकार एवं कवि डॉ चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित विशिष्ट अतिथि एवं समारोह के अध्यक्ष जनपद के न्यायाधीश डॉक्टर बब्बू सारंग की गौरवपूर्ण उपस्थिति में संपन्न हुआ। समारोह में जनपद के अन्य न्यायाधीश, कर्मचारी गण, साहित्यकार और कवियों के अतिरिक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार दीक्षित, पूर्व अध्यक्ष आनंद सिन्हा, रामस्वरूप सिंह एवं महामंत्री राम प्रकाश शिवहरे सहित हिंदी प्रेमियों ने अपनी सहभागिता से कार्यक्रम को एक विशेष ऊंचाई प्रदान की। समारोह के अध्यक्ष जिला न्यायाधीश डॉक्टर बब्बू सारंग, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित, अपर जनपद न्यायाधीश विकास श्रीवास्तव,अध्यक्ष अधिवक्ता संघ अशोक कुमार दीक्षित, नोडल अधिकारी गुणेद्र प्रकाश अपर जिला जज पंचम ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

राष्ट्रीय ख्याति के साहित्यकार एवं कवि डॉक्टर चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित विशिष्ट अतिथि ने हिंदी दिवस पर संबोधन करते हुए कहा किसी भी राष्ट्र की अस्मिता के लिए राष्ट्रभाषा अपरिहार्य है। उन्होंने कहा हिंदी सांस्कृतिक चेतना को राष्ट्रीय एकता और विश्व बंधुत्व की ओर ले जाने में एक ऐसी भाषा है जो हमारे राष्ट्र की संस्कृति भी है।

काव्य पंक्तियां प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा, समूची संस्कृति की आग का ही नाम हिंदी है, सड़क पर खेत या खलिहान में जो काम करते हैं करोड़ों कंठ के उस राग का ही नाम हिंदी है।

समारोह के अध्यक्ष डा बब्बू सारंग जनपद न्यायाधीश ने कहा हिंदी का मूल उदगम संस्कृत से हुआ है। इसीलिए हिंदी में व्यापकता है। न्यायालय में हिंदी कार्य को प्रोत्साहन देने वाले कर्मचारियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों में सीजीएम वीडी गुप्ता, न्यायिक अधिकारी गरिमा सिंह, अर्पिता साहू तथा न्यायालय के कर्मचारी जितेंद्र कुमार, प्रेम बाबू, अजय वर्मा एवं रोहित को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

हिंदी दिवस पर जनपद न्यायाधीश एससी एसटी विकास श्रीवास्तव ने इस आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अपर जिला जज पंचम गुणेद्र प्रकाश ने हिंदी राष्ट्रभाषा की संवैधानिक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए हिंदी के क्षेत्र में विशेष योगदान करने के लिए राष्ट्रीय विचारों द्वारा हिंदी के संबंध में दिए गए विचारों के उदाहरण प्रस्तुत किया।डॉक्टर ललित के कार्य की प्रशंसा की तथा हिंदी सेवियों का स्वागत किया। अपर जिला जज श्रीपाल सिंह, सीजेएम भगवान दास गुप्त ने हिंदी को व्यावहारिक रूप प्रदान करने के सुझाव दिए। अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष आनंद सिंह ने हिंदी को जन-जन तक पहुंचने के लिए उसकी सरलता पर बल दिया। पूर्व अध्यक्ष रामस्वरूप सिंह ने हिंदी के विकास में अमीर खुसरो की पहेलियां को प्रस्तुत करते हुए हिंदी के आदिम स्वरूप पर प्रकाश डाला।

पंडित जे एन कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर डॉ रामगोपाल गुप्त ने आजादी के संघर्ष में हिंदी के योगदान की चर्चा की। जवाहरलाल जलज, मनोज मृदुल अंबे तिवारी ने हिंदी के संबंध में कविताएं प्रस्तुत की। विद्यासागर द्विवेदी वरिष्ठ अधिवक्ता ने कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन किया।

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