उत्तर प्रदेशमनोरंजनसामाजिक
Banda -हृदय के उदगार की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम,कविता की रचना कर किया स्वागत मर्यादा पुरुषोत्तम का।
शत शत नमन, हे राम तुम्हारा अभिनंदन।

रिर्पोट एन के मिश्र
शिक्षक,समाजसेवी के अतिरिक्त विभिन्न आयाम से जुड़ी,ईश्वर की अनूठी कृति से अक्षादित डॉ0 सबीहा रहमानी।
राम…! ( कविता )
सुन रहें हैं
मर्यादापुरुषोत्तम राम
आज तुम्हारा आगमन है
तुम्हारा गमन हुआ ही
कब था….?
तुम तो सदैव थे
हर सच्चे मन और
मर्यादित मानुष में ।
फिर से हो रही है
तुम्हारी प्राण प्रतिष्ठा
कहते हैं तुम !
एक बार उजाड़े गए थे ?
इसीलिए बसाए
जा रहे हो ।
राम तुम हो !
कण-कण में
इस धरती के रज-रज में ।
फिर भी तुम्हारा स्वागत है
आओ और आकर
इस कलयुग का सब
अनाचार, अन्याय और
अधर्म मिटा दो
कलयुग को
सतयुग बना दो ।
—डाॅ0 सबीहा रहमानी (प्रवक्ता,राजकीय महिला महाविद्यालय,बांदा)