भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट पर्थ में अब से ठीक 10 दिन बाद खेला जाएगा। सबसे पहले भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पर्थ पहुंचे। उनके वहां पहुंचते ही ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में भी विराट कोहली खुमार देखने को मिल रहा है। ऑस्ट्रेलियाई के कई प्रमुख अखबारों ने कोहली के आर्टिकल को उनकी तस्वीर के साथ अपने पहले पन्ने पर प्रमुखता से प्रकाशित किया है। इतना ही नहीं उनके फैंस को खुश करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई अंग्रेजी मीडिया ने ‘देसी’ अंदाज आश्चर्यजनक रूप से हिंदी और पंजाबी में हेडलाइन भी लिखी हैं। इससे साफ पता चलता है कि भारत ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया में भी कोहली खासे लोकप्रिय हैं।
द टेलीग्राफ ने लिखा “युगों की लड़ाई”
भले ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले विराट कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में बुरी तरह से फ्लॉप हुए लेकिन हर किसी को पता है कि क्रिकेट में उनका कद कितना बड़ा है। यही वजह है कि कोहली ऑस्ट्रेलियाई अखबारों के पहले पन्ने छाए हुए हैं। द टेलीग्राफ ने अपने पहले पन्ने पर विराट कोहली का न सिर्फ जिक्र किया है, बल्कि हिंदी हेडलाइन “युगों की लड़ाई” भी लिखी है।
यशस्वी जायसवाल “नया राजा”
इसके अलावा कई अन्य अखबारों में भी कोहली और यशस्वी जायसवाल को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है। एक लेख में युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को पंजाबी में हेडलाइन “नवम राजा” या “नया राजा” के साथ प्रकाशित किया गया है।
कोहली के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बहुत ही महत्वपूर्ण
बता दें कि विराट कोहली के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बहुत ही महत्वपूर्ण है। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब वह टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने के लिए तरस रहे हैं। कोहली के बल्ले से पिछली 10 पारियों में महज 192 रन आए हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में वह 15.50 की औसत से सिर्फ 93 रन ही बना सके, जिसके बाद उनकी काफी आलोचना भी हुई।
टेस्ट करियर की डिसाइडर सीरीज
अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज उनके टेस्ट करियर की डिसाइडर बन सकती है। वैसे भी कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अगर रोहित शर्मा, विराट कोहली और आर अश्विन जैसे सीनियर खिलाड़ी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो उन्हें ड्रॉप भी किए जा सकता है।