BJP सांसद राम शंकर कठेरिया को राहत, अधिकारी से मारपीट मामले में सजा रद्द; हुए बरी

आगरा। टोरेंट पावर के अधिकारी से मारपीट और बलवे में आरोपित इटावा से भाजपा सांसद राम शंकर कठेरिया को मिली दो वर्ष की सजा गुरुवार को जिला जज विवेक संगल ने निरस्त कर दी। सांसद को बरी करते हुए उन्हें राहत प्रदान की।
जिला जज का निर्णय आने के बाद न्यायालय में मौजूद सांसद कठेरिया के चेहरे पर मुस्कान तैर गयी। उनके समर्थक खुशी से झूम उठे। विशेष मजिस्ट्रेट एमपी/एमएलए कोर्ट ने पांच अगस्त को सांसद को दोषी पाते हुए दो वर्ष की सजा और 51 हजार रुपये जुर्माने से दंडित किया था।
टोरेंट पावर के सुरक्षा निरीक्षक समेधी लाल ने 16 नवंबर 2011 को हरीपर्वत थाने में बलवे और मारपीट की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था।इसमें भाजपा उस समय सांसद राम शंकर कठेरिया अौर उनके अज्ञात समर्थकों को नामजद किया था।
सांसद और उनके समर्थकों पर टोरेंट पावर के सुल्तागंज पुलिया स्थित साकेत माल में विद्युत चोरी के मामले निस्तारित करने को बने कार्यालय में मौजूद मैनेजर भावेश रसिक लाल शाह के साथ मारपीट करने का आरोप था। मारपीट से भावेश रसिक लाल शाह को काफी चोटें आयीं थीं।
महत्वपूर्ण तथ्य
16 नवम्बर 2011 को साकेत माल स्थित टोरंट पावर कार्यालय में अधिकारी से मारपीट और बलवे का था आरोपसुरक्षा निरीक्षक समेधी लाल ने हरीपर्वत थाने में धारा 147 और 323 में दर्ज कराया था मुकदमापुलिस ने मात्र सांसद के विरुद्ध न्यायालय में प्रेषित किया था आरोप पत्रअभियोजन की ओर से 11 लोगों की कराई गई थी गवाहीसात अगस्त को जिला जज ने सजा और जुर्मानें पर लगा दी थी रोकमुकदमें चार गवाह मुकर गए थे।
विवेचना के बाद पुलिस ने सिर्फ सांसद रामशंकर कठेरिया के विरुद्ध आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया था।एमपी/एमएलए कोर्ट ने 11 वर्ष पुराने मामले में पांच अगस्त 2023 को सांसद राम शंकर कठेरिया को दो वर्ष की सजा और जुर्माने से दंडित किया था। बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने निर्णय को एकपक्षीय बताते हुए जिला जज की अदालत में अपील दायर की थी। जिला जज ने सात अगस्त 2023 को सजा पर रोक लगा दी।
मुकदमे में अभियोजन आैर बचाव पक्ष अधिवक्ताओं में बहस पूरी हो चुकी थी। गुरुवार दोपहर तीन बजे सांसद राम शंकर कठेरिया अपने अधिवक्ताओं के साथ जिला जज की अदालत में हाजिर हुए। जिला जज द्वारा दोपहर तीन बजे सजा रद्द करने का फैसला सुनाते ही सांसद और उनके समर्थकों के चेहरे खिल उठे।