DAV PG College Dehradun के प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज, दीवार गिरने से युवती की गई थी जान

देहरादून। डीएवी पीजी कालेज की जर्जर दीवार गिरने से युवती की मौत हो गई। जबकि गंभीर रूप से घायल उसके भाई को दून अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवती को हाल में शिक्षा विभाग में कनिष्ठ सहायक में नियुक्ति मिली थी।
नौकरी मिलने की खुशी में वह गुरुवार को अपने भाई के साथ कोचिंग सेंटर के शिक्षकों को मिठाई खिलाने के बाद पैदल वापस लौट रही थी, इसी बीच जर्जर दीवार भरभराकर दोनों पर गिर गई। घटना को देखते हुए डीएवी कॉलेज शुक्रवार को बंद रहेगा। कॉलेज में शोक सभा का आयोजन किया जाएगा। प्राचार्य ने कहा कि पूरा कॉलेज स्टाफ शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता से खड़ा है।
युवती की मौत के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो
युवती की मौत के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसके बाद छात्र संगठन सड़क पर उतर आए हैं। छात्र संगठन आर्यन के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कालेज प्राचार्य डॉ. केआर जैन के घर के बाहर नारेबाजी करते की। उन्होंने प्राचार्य से इस्तीफे की मांग की है। विरोध प्रदर्शन बढ़ता देख डालनवाला कोतवाली, रायपुर, राजपुर और पीएसी को तैनात किया गया है। वहीं एबीवीपी से जुड़े छात्र कॉलेज परिसर में धरने पर डटे हैं।
डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केआर जैन ने बताया कि कॉलेज की ओर से लगातार बाउंड्री को नुकसान पहुंचा रहे पेड़ को हटाने के लिए वन विभाग से छह महीने से लिखित अनुरोध किया जा रहा है। विभाग की ओर से निरीक्षण करने के बाद भी समुचित कार्रवाई अभी तक नहीं की गई, जिस कारण से या दुखद घटना हुई। कॉलेज परिवार को दुखद घटना से पूरी संवेदना है।
कालेज प्रबंधन को ठहराया जिम्मेदार
युवती मूल रूप से देहरादून के चकराता (जौनसार) की रहने वाली थी और पुरोला में तैनात थी। वहीं, छात्र संघ नेताओं ने मामले को लेकर आक्रोश जताया है। उनका कहना है कि उन्होंने कालेज प्रबंधन और सीएम पोर्टल पर भी इस जर्जर दीवार के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर शिकायत की थी, लेकिन किसी भी स्तर से संज्ञान नहीं लिया गया। वहीं, रात को गुस्साए छात्र डीएवी पीजी कालेज पहुंचे और वहां धरना दिया। उन्होंने इस हादसे के लिए कालेज प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है।
सरकारी नौकरी की कर रही थी तैयारी
डालनवाला कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह के मुताबिक, चकराता (जौनसार) की रहने वाली सुष्मिता तोमर (उम्र 22 वर्ष) पूर्व में करनपुर स्थित एक कोचिंग सेंटर से सरकारी नौकरी की तैयारी करती थी। हाल में उसे शिक्षा विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी मिली थी। वर्तमान में वह उत्तरकाशी के पुरोला में तैनात थी।
गुरुवार देर शाम नियुक्ति मिलने की खुशी में सुष्मिता अपने भाई रघुबीर के साथ करनपुर स्थित कोचिंग सेंटर में शिक्षकों को मिठाई खिलाने गई थी। वापस लौटते समय जैसे सुष्मिता और उसका भाई डीएवी पीजी कालेज की दीवार (सर्वे चौक की तरफ) के पास पहुंचे तो वह भरभराकर दोनों के ऊपर गिर गई।
घटना के बाद वहां आसपास हड़कंप मच गया और लोग बचाव के लिए दौड़े। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और दोनों को मलबे से बाहर निकाला। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां सुष्मिता ने दम तोड़ दिया। जबकि गंभीर रूप से घायल रघुबीर का इलाज चल रहा है।
छात्र नेताओं का आरोप
छात्र संघ नेताओं ने इसे डीएवी पीजी कालेज प्रबंधन की गलती माना है। उनका आरोप है कि जर्जर दीवार को ठीक करने के लिए कालेज प्रबंधन को उन्होंने पूर्व में पत्र भेजा था, लेकिन संज्ञान नहीं लिया गया। दीवार काफी समय से जर्जर हाल में थी। बरसात के दौरान भी दीवार गिरने का खतरा बना हुआ था। यदि समय पर दीवार का पुनर्निर्माण कर दिया होता तो शायद हादसा टल सकता था। इसके अलावा छात्र संघ नेताओं ने सीएम पोर्टल पर भी मामले की शिकायत की थी।
उग्र हुए छात्र, कालेज में दिया धरना
दीवार गिरने से हुए इस हादसे के बाद छात्र उग्र हो गए हैं। उन्होंने इस घटना के लिए कहीं न कहीं कालेज प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। गुरुवार रात को बड़ी संख्या में छात्र डीएवी पीजी कालेज पहुंचे और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस संबंध में कालेज के प्रधानाचार्य से बात करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।