देश में 16 जगहों पर CBI के छापे, रेलवे के डिप्टी इंजीनियर समेत 8 पर केस दर्ज

साल 2016 से लेकर 2023 तक की कई रेलवे परियोजनाओं को लेकर 60 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ. जिसको लेकर अब सीबीआई एक्शन में आ गई है. इस मामले में रेलवे अब तक सात कर्मचारियों के खिलाफ अब कर मामला दर्ज कर चुकी है इसके अलावा सीबीआई ने निजी कंपनी (बीआइपीएल) के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है.
इस मामले को लेकर सीबीआई अब तक असम, त्रिपुरा, मणिपुर और दिल्ली से जुड़े 16 स्थानों पर छापेमारी कर चुकी है. इस छापेमारी में सीबीआई की टीम को कई दस्तावेज और आरोपितों की संपत्ति से जुड़े दस्तावेज मिले हैं.
सीबीआई के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में तत्कालीन उप मुख्य अभियंता निर्माण रामपाल, तत्कालीन वरिष्ठ अधियक्ष अभियंता ऋतुराज गोगोई, धीरज भागवत, मनोज सैकिया, मिथुन दास, तत्कालीन उप मुख्य अभियंता जितेंद्र झा, बीयू लस्कर,और बीआइपीएल शामिल हैं.
अब तक 16 ठिकानों पर छापेमारी
असम, त्रिपुरा, मणिपुर और दिल्ली में 16 जगहों पर अभी भी सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है. इन ठिकानों से सीबीआई को कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं. ये दस्तावेज रिश्वत मामले से जुड़े हैं. दस्तावेजों की जांच से पता चला कि आरोपियों ने अपनी संपत्तियों में अवैध तरीके से निवेश किया है. इस मामले की जांच में कई खुलासे हो रहे हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो की जांच से पता चला है कि आरोपी रेलवे अधिकारियों ने अपने संबंधित बिलों के भुगतान में अनियमिताएं हैं. उपहार के रूप में आरोपी ने निजी कंपनी से अपने रिश्तेदारों, दोस्तों, जान-पहचान वाले लोगों के बैंक खातों में अवैध रूप से पैसे ट्रांसफर कराए थे.
आपको बता दें कि ये मामला पिछले साल फरवरी में उत्तर पूर्व रेलवे के अधिकारी संतोष कुमार की गिरफ्तारी के बाद सामने आया , जिनके ऊपर दो करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप था. छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों से मिली जानकारी के अनुसार, बीआइपीएल ने रेलवे अधिकारियों को 60 करोड़ रुपये से ज्यादा की रिश्वत दी थी.