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रूस के साथ युद्ध के बीच चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग ने पहली बार यूक्रेन के जेलेंस्‍की को मिलाया फोन

कीव: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग फरवरी 2022 में रूस के हमले के बाद यूक्रेन के अपने समकक्ष वलोदिमिर जेलेंस्की के साथ पहली बार फोन पर बात की। वह वहां चल रहे संघर्ष को हल करने के लिए सभी पक्षों के साथ बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल को यूक्रेन भेजेंगे। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। द गार्जियन ने चीन के सरकारी मीडिया के हवाले से बताया कि शी ने बुधवार को जेलेंस्की के साथ एक टेलीफोन कॉल के दौरान प्रस्ताव रखा, जिसमें जल्द से जल्द संघर्ष विराम हासिल करने के उद्देश्य से शांति वार्ता में मदद करने की पेशकश की गई।


जिनपिंग ने किया वादा
चाइना सेंट्रल टेलीविजन के अनुसार, शी यह प्रतिज्ञा करते हुए दिखाई दिए कि चीन इस संघर्ष में तटस्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि बीजिंग न तो दूसरी तरफ रहकर आग देखेगा, न ही आग में ईंधन डालेगा, संकट का लाभ उठाने की तो बात ही छोड़ दें। हालांकि, संघर्ष के बीच चीन रूस का शीर्ष रणनीतिक सहयोगी बना हुआ है। वार्ता के लिए चीन के प्रस्तावों के बारे में यूक्रेन में संदेह के बावजूद कीव बीजिंग के साथ संचार खुला रखने के लिए उत्सुक रहा है, कम से कम मॉस्को में शी के हालिया हाई-प्रोफाइल शिखर सम्मेलन के बाद, जहां रूस और चीन ने अमिट दोस्ती का वादा किया था।

फोन कॉल पर क्‍या बोले जेलेंस्‍की
जेलेंस्की ने कहा : मैंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक लंबी और सार्थक फोन कॉल की थी। मुझे विश्वास है कि यह कॉल, साथ ही चीन में यूक्रेन के राजदूत की नियुक्ति, हमारे द्विपक्षीय संबंधों के विकास को एक शक्तिशाली प्रोत्साहन देगी। जेलेंस्की के प्रवक्ता सेरही न्यकिफोरोव ने फेसबुक पर कहा कि दोनों के बीच लगभग घंटे भर की बातचीत हुई। रूस के विदेश मंत्रालय ने कॉल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उसने यूक्रेन के लिए शांति प्रक्रिया में शामिल होने की चीन की इच्छा को नोट किया है।

पुतिन को बताया प्‍यारा दोस्‍त

द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, हम बातचीत की प्रक्रिया स्थापित करने के लिए चीनी पक्ष की तत्परता पर ध्यान देते हैं। जिनपिंग ने फोन कॉल पर रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को अपने ‘प्‍यारे दोस्‍त’ के तौर पर बताया। साथ ही 12 बिंदु वाली शांति योजना का भी जिक्र किया। हालांकि, उन्होंने रूस को हथियार मुहैया कराने का कोई वादा नहीं किया। जिनपिंग की रूस यात्रा के कुछ ही दिनों के अंदर राष्‍ट्रपति जेलेंस्की ने चीनी नेता को वार्ता के लिए कीव आने के लिए आमंत्रित किया।

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