लखनऊ: योगी सरकार की कार्रवाई से हंडकंप मच गया है। सरकार ने एक आईएएस और तीन पीसीएस अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। सभी चारों अधिकारियों को एक पुराने में निलंबित कर दिया गया है। शासन ने अपर आयुक्त लखनऊ मंडल घनश्याम सिंह (IAS) समेत पीसीएस अरुण कुमार सिंह, विधेश सिंह और रेनू उपाध्याय को निलंबित कर दिया है। नियुक्ति विभाग ने इन अधिकारियों के खिलाफ जांच भी बैठा दी है।
लखीमपुर खीरी जिले में खेत की पैमाइश लटकाए रखने के चलते यह कार्रवाई की गई है। शासन स्तर से आईएएस अधिकारी और अपर आयुक्त लखनऊ मंडल घनश्याम सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही पीसीएस अधिकारियों में बाराबंकी के एडीएम (वित्त एवं राजस्व) अरुण कुमार सिंह, झांसी के नगर मजिस्ट्रेट विधेश सिंह और बुलंदशहर की एसडीएम रेनू के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई कर दी है। बताया जा रहा है कि ये चारों अधिकारी लखीमपुर खीरी में तैनात रह चुके हैं। यह प्रकरण 6 साल पुराना बताया जा रहा है।
इन सभी अधिकारियों को निलंबित करते हुए सभी को राजस्व परिषद से संबंध कर दिया है। बताया जा रहा है कि बीते दिनों लखीमपुर खीरी से विधायक योगेश वर्मा का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह स्कूटी से कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंच गए और उस वीडियो में एसडीएम से लेकर कानूनगो की शिकायत करते हुए नजर आए थे।
विधायक ने रिटायर्ड शिक्षक की जमीन की पैमाइश के लिए पांच हजार रुपए घूस लेने का आरोप लगाया था। इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए सरकार ने नियुक्ति विभाग से जांच कराई थी। नियुक्ति विभाग ने डीएम लखीमपुरखीरी से रिपोर्ट मांगी थी। डीएम से मिली रिपोर्ट के आधार पर चारों अधिकारी दोषी पाए गए थे।