दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल, कर्नाटक… इन राज्यों में कोरोना केसेज बढ़ने से अलर्ट

नई दिल्ली: बदलते मौसम के बीच कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में देशभर से 699 नए केस सामने आए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार सुबह कोविड अपडेट में कहा कि डेली पॉजिटिविटी रेट 0.71% है। ओवरऑल स्थिति ठीक है लेकिन लोकल लेवल पर कुछ शहरों के आंकड़े टेंशन दे रहे हैं। 10 प्रतिशत से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों की संख्या 14 तक पहुंच गई है। पिछले हफ्ते तक देश में नौ जिलों की कोरोना पॉजिटिविटी दर 10 प्रतिशत से ज्यादा थी। 18 मार्च को खत्म हुए सप्ताह का डेटा बताता है कि भारत के 34 जिलों में कोविड का पॉजिटिविटी रेट 5% से 10% के बीच है। दिल्ली के तीन जिलों – साउथ (7.49%), नॉर्थ ईस्ट (5.71%) और ईस्ट (5.34%) इन 34 जिलों में शामिल हैं। वहीं महाराष्ट्र के भी कई शहरों का पॉजिटिविटी रेट भी चिंताजनक स्तर (5% से ज्यादा) है। वहां के औरंगाबाद, कोल्हापुर, पुणे, अहमदनगर, सांगली नासिक, अकोला और सोलापुर में 5% से ज्यादा पॉजिटिविटी मिल रही है।
दिल्ली: हफ्ते भर में 291 नए कोरोना केस
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में एच3एन2 के साथ कोविड के मामले भी बढ़ रहे हैं। पिछले हफ्ते दिल्ली में कोविड के 291 नए मरीजों की पुष्टि हुई। सबसे ज्यादा रविवार को 72 नए मरीज की पहचान की गई, लेकिन सोमवार को नए मरीजों की संख्या तो 34 रही, लेकिन संक्रमण दर 6.98 परसेंट तक पहुंच गई, जो रविवार को 3.95 परसेंट थी। सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ 487 सैंपल की जांच की गई और 6.98 परसेंट की दर से 34 नए मरीज की पुष्टि हुई। अभी कोविड के 9 मरीज इलाज के लिए एडमिट हैं, जिसमें 6 दिल्ली के हैं और 3 दिल्ली से बाहर के हैं।
बढ़ते मामलों के पीछे XBB 1.16 वैरिएंट !
कोविड के वायरस पर नजर रखने वाली संस्था INSACOG ने पिछले दिनों कहा था कि देश में वायरस के XBB.1.16 वैरिएंट के 76 केस मिले हैं। इनमें से 30 केस कर्नाटक, 29 महाराष्ट्र, 7 पुडुचेरी, 5 दिल्ली, 2 तेलंगाना और 1-1 केस गुजरात, हिमाचल, ओडिशा से मिला है। हाल में कोरोना के उछाल के पीछे यह वैरिएंट हो सकता है। यह वैरिएंट देश में सबसे पहले जनवरी में मिला था। तब इसके दो केस आए थे।एक्सपर्ट ने बताया कि कोरोना का यह सब वैरिएंट चिंताजनक है क्योंकि यह शरीर में बनी इम्युनिटी को भी चकमा दे सकता है। वहीं, बड़ी तेजी से फैलता है। इस वैरिएंट से संक्रमित होने वाले मरीजों को सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, गले में खराश, नाक बहना और खांसी आदि लक्षण दिखते हैं। पेट में दर्द और बेचैनी, दस्त भी हो सकते हैं।
बदलते मौसम में इन्फ्लूएंजा संक्रमण के साथ-साथ अन्य मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। शनिवार से शुरू हुई बारिश के चलते आने वाले दिनों में वायरल काफी परेशान कर सकता है। इसमें सर्दी, खांसी, बुखार के साथ-साथ पेट संबंधित बीमारियां बढ़ सकती हैं। तापमान में भी गिरावट के साथ बारिश के चलते हर जगह बारिश का पानी भरा है। इस मौसम में कई तरह के बैक्टीरिया पनपते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न लें, हाथों की सफाई के साथ-साथ, अस्पताल व भीड़भाड़ इलाके से घर आने पर सैनिटाइजर का प्रयोग जरूर करें। अगर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाए तो इन परेशानियों से बचा जा सकता है।