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क्या मंद हवा ने नेपाल में ले लीं 68 जानें, आखिर उड़ान के 25 मिनट बाद ही कैसे क्रैश हो गया प्लेन?

काठमांडू: नेपाल के पोखरा में येती एयरलाइंस का एक पैसेंजर प्‍लेन हादसे का शिकार हो गया। काठमांडू से पोखरा के लिए 68 यात्रियों को लेकर निकला यह विमान लैंडिंग से पहले ही क्रैश हो गया। हादसे में सिर्फ सभी लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही नेपाल के नाम एक और भयानक विमान हादसे का रेकॉर्ड दर्ज हो गया। नेपाल दुनिया का वह देश है जहां पर एयरपोर्ट्स काफी ऊंचाई पर हैं। माना जा रहा है कि इस हादसे की असली वजह स्‍पीड का गलत आकलन था। इस क्रैश में पांच भारतीयों की भी मौत हो गई है। विमान पर ऑस्‍ट्रेलिया का भी एक नागरिक सवार था और उनके बारे में अभी तक कोई सूचना नहीं मिल सकी है।

सबसे खतरनाक क्रैश
एविएशन एक्‍सपर्ट प्रोफेसर रॉन बार्टश को ऐसा लगता है कि येती एयरलाइंस का एयरक्राफ्ट ATR 72 लैंडिंग से पहले ही बीच हवा में रुक गया था। प्‍लेन पोखरा के रनवे की तरफ बढ़ रहा था जो कि हिमालय पर स्थित है और काठमांडू से करीब 200 किमी पश्चिम में है। हादसे के जो वीडियो सामने आ रहा हैं वो जमीन और बीच हवा दोनों जगहों पर रेकॉर्ड किए गए हैं। इसमें साफ नजर आ रहा है कि पोखरा के नए एयरपोर्ट पर प्‍लेन लैंडिंग करने वाला था लेकिन 25 मिनट के बाद ही हादसे का शिकार हो गया। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि प्‍लेन तेजी से घूमता है और फिर जाकर क्रैश हो जाता है। रविवार को हुआ हादसा नेपाल 30 दशक में हुआ सबसे खतरनाक क्रैश था।

क्‍या स्‍पीड हो गई थी कम
प्रोफेसर बार्टश की मानें तो ऊंचाई पर हल्‍की हवा के बीच और स्थिर रहने के लिए प्‍लेन को तेज गति से उड़ान भरनी होती है। इस वजह से ही नेपाल में लैंडिंग करना बेहद मुश्किल हो जाता है। उनके शब्‍दों में, ‘यहां पर रनवे काफी चुनौतीपूर्ण है, दुनिया में शायद यहां लैंडिंग सबसे ज्‍यादा चैलेंजिंग है।’ उनका कहना था कि पायलट ले शायद स्‍पीड कम करने की कोशिश की होगा क्‍योंकि वह लैंडिंग के लिए तैयार हो रहे थे। एयरपोर्ट के आसपास मौजूद एकदम हल्‍की हवा की वजह से इंजन बंद हो गए होंगे और इसकी वजह से विमान क्रैश हो गया।
नेपाल में खतरनाक है फ्लाइंग
उनका कहना था के नेपाल के इलाके की वजह से फ्लाइंग काफी खतरनाक हो जाती है। ऊंचाई पर हवा बहुत तेज बहती है। साधारणतौर पर एयरक्राफ्ट सीधे एकदम जमीन पर नहीं गिरते हैं। बार्टश के मुताबिक मॉर्डन एयरक्राफ्ट में तो ऐसा बिल्‍कुल नहीं होता है। उन्‍होंने बताया कि एयरक्राफ्ट को उड़ने के लिए हवा की जरूरत होती है और नेपाल में 800 मीटर की ऊंचाई पर यह काफी मुश्किल है। उनका कहना था कि यह बात भी सच है कि अगर एयरक्राफ्ट जमीन से ऊपर उड़ रहा होता है तो ऐसा लगता है कि वह काफी तेज है। इस वजह से ही शायद इंजन बंद हो गया होगा।

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