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यूक्रेन से हमले का डर, रूस के कई इलाकों ने विक्ट्री डे परेड रद्द की

मॉस्को: रूस और यूक्रेन का युद्ध एक साल से भी ज्यादा लंबे समय बाद जारी है। युद्ध का कोई भी परिणाम अभी नहीं निकला है। इसी बीच रुस के कई क्षेत्रों ने फैसला किया है कि वह हर साल 9 मई को होने वाली अपनी विक्ट्री डे परेड को नहीं मनाएंगे। ये फैसला यूक्रेन के हमले के डर से लिया गया है। यूक्रेन की सीमा से 650 किमी दूर के क्षेत्र ने भी विक्ट्री डे परेड को निरस्त कर दिया है। सोवियत यूनियन के नाजी जर्मनी पर विजय के रूप में हर साल रूस में विक्ट्री डे मनाया जाता है।


सेराटोव के गवर्नर ने कहा है कि सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए परेड को रद्द किया जाएगा। विदेशी मीडिया इस बयान को अलग तरह से डिकोड कर रहा है। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक 14 महीने से युद्ध के बाद अब रूस अपनी सीमाओं पर कमजोर हो रहा है और यहीं कारण है कि सीमा से दूर के क्षेत्रों में भी सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं हैं। इससे पहले बेलगॉरॉड, कुर्स्क, वोरोनिश, ओर्योल, प्सकोव और क्रीमिया क्षेत्रों ने भी इस मिलिट्री परेड को रद्द करने का फैसला किया था।


यूक्रेन को नाजी जर्मनी बताता रहा है रूस

बेलगॉरॉड के प्रमुख व्याचेस्लाव ग्लैडकोव ने अप्रैल महीने में कहा था कि दुश्मन को न उकसाने के लिहाज से यह परेड रद्द की जा रही है। विक्ट्री डे की प्रमुख परेड हर साल राजधानी मॉस्को में मनाई जाती है। इस दौरान पुतिन अपने आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन करते हैं। पुतिन लगातार यूक्रेन को नाजी जर्मनी का उत्तराधिकारी बताते रहे हैं। पिछले साल एक भाषण के दौरान पुतिन ने कहा था, ‘वर्तमान में यूक्रेन में रूसी सेना लड़ रही है। कसाई, हत्यारों और नाजियों की दुनिया में कोई जगह नहीं है। 1945 की तरह हमारी जीत होगी।’

रूस को हमले का डर

इस युद्ध में रूस को कई बार बहुत बड़े नुकसान हुए हैं। यूक्रेनी सेना के एक ड्रोन ने हाल ही में क्रीमिया में रूस के एक स्टोरेज फैसिलिटी पर हमला कर दिया। मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने जोर देकर कहा कि विक्ट्री डे के मौके पर हमारी सेनाएं हर तरह से सुरक्षा मुहैया कराने का प्रयास कर रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक रुस को चिंता है कि मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग पर ड्रोन से हमला हो सकता है।

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