वजन घटाने के लिए चीनी की जगह चाय में घोलते हैं मिठास की गोली तो संभल जाइए! हार्ट अटैक का खतरा

नई दिल्ली: अगर आप मोटापे से पीड़ित नहीं हैं, तंदुरुस्त और युवा हैं, कोई बीमारी नहीं है तो मीठी चाय भी बड़े आराम से पीते होंगे। लेकिन डायबिटीज या मोटापे से पीड़ित लोगों को शक्कर से दूरी बनानी पड़ती है। उनके लिए आर्टिफिशल स्वीटनर यानी कृत्रिम मिठास ही एकमात्र विकल्प बचता है। इसे सेहत के लिए ठीक माना जाता रहा है। ऐसा दावा किया जाता है कि शुगर का यह विकल्प ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने और वजन कम करने में मदद करता है। हालांकि क्लीवलैंड क्लिनिक की नई स्टडी में आगाह किया गया है कि जो लोग कृत्रिम मिठास का उपयोग करते हैं उन्हें बड़ा जोखिम होता है। यह स्टडी ‘नेचर मेडिसिन’ में प्रकाशित हुई है। एरिथ्रिटोल एक ऐसा चर्चित कृत्रिम स्वीटनर (Sweetener) है जो भारत और पूरी दुनिया में उपलब्ध है।
फोर्टिस सी-डॉक के चेयरमैन डॉ. अनूप मिश्रा ने कहा कि हम हमेशा मरीजों को सलाह देते हैं कि वे सीमित मात्रा में इन आर्टिफिशल स्वीटनर का उपयोग करें। लेकिन इस स्टडी के बाद अब स्वीटनर न लेने की सलाह दी जाएगी।