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फ्रांस की टोटल एनर्जीज रिश्वत का आरोप समाप्त होने तक अदाणी में नहीं करेगी कोई नया निवेश

फ्रांस की प्रमुख ऊर्जा कंपनी टोटल एनर्जीज ने सोमवार को कहा कि वह अडानी ग्रुप की कंपनियों में तब तक कोई नया निवेश नहीं करेगी जब तक कि भारतीय कंपनी के संस्थापक (गौतम अडानी) को रिश्वत के आरोपों से मुक्त नहीं कर दिया जाता. ऊर्जा कंपनी ने कहा कि उसे कथित भ्रष्टाचार की जांच की जानकारी नहीं थी. टोटल एनर्जीज उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनियों में सबसे बड़े विदेशी निवेशकों में से एक है. उसने पूर्व में समूह के नवीकरणीय ऊर्जा उद्यम अडानी ग्रीन एनर्जी लि. और शहर गैस वितरण इकाई अडानी टोटल गैस लि. (एटीजीएल) में हिस्सेदारी ली थी.

गौतम अडानी और 7 पर रिश्वत का मामला

फ्रांस की कंपनी ने कहा कि उसे अमेरिकी अधिकारियों द्वारा अडानी ग्रीन एनर्जी लि. के लिए सौर ऊर्जा आपूर्ति अनुबंध हासिल करने को लेकर भारतीय अधिकारियों को कथित तौर पर 26.5 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने के मामले में शामिल होने के लिए गौतम अडानी और दो अन्य अधिकारियों पर आरोप लगाये जाने के मामले का पता चला है.

टोटल एनर्जीज का नए निवेश से इंकार

टोटल एनर्जीज ने कहा, ‘‘यह मामला न तो अडानी ग्रीन एनर्जी को निशाना बनाता है, न ही उससे संबंधित किसी कंपनी को.’’ उसने कहा, ‘‘जब तक अडानी समूह के व्यक्तियों के खिलाफ आरोप और उनके परिणाम स्पष्ट नहीं हो जाते, टोटल एनर्जीज अडानी समूह की कंपनियों में निवेश के हिस्से के रूप में कोई नया वित्तीय योगदान नहीं करेगी.’’

अडानी समूह ने अमेरिकी अदालत में लगाये गये आरोपों को खारिज करते हुए उसे पूरी तरह से आधारहीन बताया है. उसने कहा है कि वह मामले में हरसंभव कानूनी कदम उठाएगा.

टोटल एनर्जीज की कितनी हिस्सेदारी

टोटल एनर्जीज के पास अडाणी ग्रीन एनर्जी लि. में 19.75 प्रतिशत हिस्सेदारी है. यह कंपनी गौतम अडानी की नवीकरणीय ऊर्जा इकाई है. कंपनी की तीन संयुक्त उद्यम इकाइयों में भी 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है. फ्रांस की कंपनी के पास अडानी टोटल गैस लि. में 37.4 प्रतिशत हिस्सेदारी है. यह कंपनी वाहनों के लिए सीएनजी की खुदरा बिक्री करती है और खाना पकाने के लिए घरों में प्राकृतिक गैस पहुंचाती है.

फ्रांसीसी कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘आचार संहिता के अनुसार, टोटल एनर्जीज किसी भी रूप में भ्रष्टाचार को खारिज करती है. मामले में टोटल एनर्जीज कहीं नहीं है. ऐसे में अडानी ग्रीण में अपनी अल्पांश 19.75 प्रतिशत हिस्सेदारी और संयुक्त उद्यम भागीदार (50 प्रतिशत) के रूप में अपने हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी.’’

कंपनी ने कहा कि उसने अडानी की कंपनियों में निवेश नियमों का अनुपालन करते हुए किया है. यह उसकी अपनी आंतरिक संचालन प्रक्रियाओं के अनुरूप भी है. बयान में कहा गया, ‘‘विशेष रूप से, टोटल एनर्जीज को कथित भ्रष्टाचार योजना की जांच के बारे में जानकारी नहीं दी गयी थी.’’

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