कंगाल पाकिस्तान के लिए जल्द ही आईएमएफ से आ सकती गुड न्यूज, कर्ज मिलने की उम्मीदें बढ़ीं

कराची: पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार की तरफ से आया नया बयान इस देश की जनता को कुछ उम्मीदें दे सकता है। विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की एक मीटिंग में शिरकत करने के बाद डार ने भरोसा जताया है कि जल्द ही आईएमएफ के साथ स्टाफ लेवल एग्रीमेंट (एसएलए) की दिशा में कुछ सकारात्मक होगा। डार ने कहा कि आइईएमएफ के बोर्ड की तरफ से मंजूरी होने के बाद इस समझौते के जल्द साइन होने की उम्मीदें हैं। डार का दावा है कि मीटिंग के बाद आईएमएफ में मध्य पूर्व और मध्य एशिया विभाग के डायरेक्टर जिहाद अजूर ने भी उम्मीद जताई कि पाकिस्तान विभिन्न क्षेत्रों में सुधारों पर अपनी प्रगति जारी रखेगा।मदद की सख्त जरूरत
आसमान छूती महंगाई और कम विदेशी मुद्रा भंडार से जूझ रहे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए आईएमएफ कार्यक्रम की बहाली बहुत जरूरी हो गई है। पिछले साल नवंबर से नौवीं समीक्षा में यह कार्यक्रम ठप पड़ा है। इस साल फरवरी में भी दोनों पक्षों के बीच वार्ता हुई थी लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी कोई फैसला नहीं हो सका है। जहां यूक्रेन, श्रीलंका और अर्जेंटीना को आईएमएफ की मदद मिल चुकी है तो पाकिस्तान बस मुंह ताकने पर मजबूर है। बुधवार को वित्त मंत्री डार के साथ वित्त और राजस्व राज्य मंत्री डॉ आयशा गौस पाशा, प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार तारिक बाजवा और राजस्व मंत्रालय के सलाहकार तारिक महमूद पाशा भी मीटिंग में मौजूद थे।
अमेरिका में मौजूद पाकिस्तान के राजदूत मसूद अहमद खान के अलावा स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर जमील अहमद को मीटिंग में बुलाया गया था। वित्त मंत्रालय की तरफ से बयान में कहा गया है कि जिहाद अजूर ने उम्मीद जताई है आईएमएफ बोर्ड की मंजूरी के बाद जल्द ही एसएलए पर साइन किए जाएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान विभिन्न क्षेत्रों में आईएमएफ के कार्यक्रम को समय पर पूरा करेगा। साथ ही आईएमएफ भी पाकिस्तान में आर्थिक स्थिरता लाने में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएगा। डार ने नौवीं समीक्षा के बाद पाकिस्तान को दिए गए समर्थन के लिए अजूर और उनकी टीम को धन्यवाद दिया।