देश के अलग-अलग हिस्सों में जमकर मनाई जा रही होली, देखें तस्वीरें

रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो यहां आ चुकी हैं। वे अमेरिका की कद्दावर नेता हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह होली समारोह का आनंद लेना चाहती थी। इसलिए, मैंने उन्हें यहां आमंत्रित किया। रायमोंडो ने कहा कि यहां होना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है, मैं मंत्री जी को मेरी मेजबानी के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह मेरा पहली बार है और मैं इसका हिस्सा बनकर बहुत उत्साहित हूं।
उपराष्ट्रपति के घर पर होली
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने आवास पर होली मनाई। सुबह-सुबह उपराष्ट्रपति के घर कई बच्चे भी पहुंचे। धनखड़ ने बच्चों को गुलाल लगाया और उनसे गुलाल भी लगवाया। इस दौरान उनकी पत्नी भी महिलाओं के साथ होली खेलती नजर आईं।
वृंदावन की होली
गोरखनाथ मंदिर में योगी की होली
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में होली खेली। इस दौरान गीत-संगीत कार्यक्रम में भी सीएम शामिल हुए। सीएम योगी ने कहा कि होली हमेशा इस बात की प्रेरणा देता है किसी प्रकार की घृणा, ईर्ष्या अपने मन में किसी के प्रति न रखें। इस त्योहार में न जाति भेद है न वर्ग भेद है। छोटे, बड़े, हर वर्ग के लोग इसके साथ जुड़ रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के नरसिंह भगवान शोभायात्रा में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि पर्व और त्योहार कैसे होने चाहिए ये शोभायात्राएं इसका उदाहरण तय करती है। पर्व और त्योहार भारत की प्राचीनता को प्रदर्शित करता है, भारत की समृद्धिशाली संस्कृति का प्रतीक है।
पंजाब में होला मोहल्ला
पंजाब में होली के अवसर पर होला मोहल्ला त्योहार मनाया जा रहा है। इस मौके पर सुबह से ही गुरुद्वारे में लोगों ने मत्था टेका और सरोवर में डुबकी लगाई। सिख समुदाय के लिए होला मोहल्ला बहुत ही महत्वपूर्ण है। पंजाब में होली पौरुष के प्रतीक पर्व के रूप में मनाई जाती है। इसीलिए सिखों के दसवे गुरू गोविंद सिंह जी ने होली के लिए पुल्लिंग शब्द होला मोहल्ला का प्रयोग किया। गोविंद सिंह जी इसके माध्यम से समाज के दुर्बल और शोषित वर्ग की प्रगति चाहते थे।
पंजाब में होली का एक रंग ऐसा भी
पंजाब में होली के अवसर पर होला मोहल्ला त्योहार मनाया जा रहा है। इस मौके पर सुबह से ही गुरुद्वारे में लोगों ने मत्था टेका और सरोवर में डुबकी लगाई। सिख समुदाय के लिए होला मोहल्ला बहुत ही महत्वपूर्ण है। पंजाब में होली पौरुष के प्रतीक पर्व के रूप में मनाई जाती है। इसीलिए सिखों के दसवे गुरू गोविंद सिंह जी ने होली के लिए पुल्लिंग शब्द होला मोहल्ला का प्रयोग किया। गोविंद सिंह जी इसके माध्यम से समाज के दुर्बल और शोषित वर्ग की प्रगति चाहते थे।