कैसे तोड़ते हैं गेंदबाजों का हौसला… सचिन के ब्रैड हॉग वाले मंत्र से कोहली-रोहित को सीखना चाहिए

नई दिल्ली: विश्व क्रिकेट के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से जुड़े कई सारे किस्से मशहूर हैं। ऐसा ही एक किस्सा ऑस्ट्रेलिया के सफलतम स्पिनरों में से एक रहे ब्रैड हॉग के साथ भी है। यह घटना साल 2007 की है। ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई थी। दोनों टीमों के बीच हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में वनडे मुकाबला खेला जा रहा था। मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 291 रनों का मजबूत लक्ष्य रखा था। मैच में सचिन ने गौतम गंभीर के साथ पारी का आगाज किया था।
मैच खत्म हो गया। ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली थी लेकिन उसके बाद ब्रैड हॉग एक तस्वीर के साथ सचिन पास उनसे ऑटोग्राफ लेने आए। यह वही तस्वीर थी जिसमें उन्होंने सचिन को बोल्ड किया था। सचिन ने भी बड़ी शालीनता के साथ उन्हें अपना ऑटोग्राफ दे दिया लेकिन उसके साथ उन्होंने एक खास मैसेज भी ब्रैड हॉग को लिख दिया।
सचिन ने ऑटोग्राफ के साथ लिखा कि अब आगे से ऐसा नहीं होगा। मतलब यह था कि सचिन ने यह ठान लिया कि ब्रैड हॉग फिर उन्हें आउट नहीं कर पाएंगे और ऐसा ही हुआ। सचिन इसके बाद 2013 तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेले लेकिन इस दौरान फिर कभी भी ब्रैड हॉग उन्हें आउट नहीं कर पाए।
मौजूदा समय में विराट और रोहित को लेनी चाहिए सीख
मौजूदा समय में विराट कोहली और रोहित शर्मा विश्व के दो धाकड़ बल्लेबाज माने जाते हैं। दोनों ही बल्लेबाजों का इंटरनेशनल क्रिकेट में कई बड़े कीर्तिमान हैं लेकिन पिछले कुछ समय से उनके खेल में उस तरह का पैनापन नहीं दिख रहा है जैसा की शुरुआती दौर में था। हालांकि इसके बावजूद गेंदबाजों के मन में इन दोनों बल्लेबाजों का खौफ कम नहीं हुआ है।
इसके अलावा रोहित शर्मा दुनिया में सबसे अधिक बार वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में तीन बार दोहरा शतक लगाने का कारनामा किया है। ऐसे में ये दोनों बल्लेबाज अगर सचिन की तरह ठान लें कि वे किसी भी गेंदबाज को अपना विकेट आसानी नहीं देंगे तो इनसे बड़ा क्रिकेटर मौजूदा समय में और कोई नहीं हो सकता है।