गोली मारने में भी भेदभाव कर रहे ईरान के सुरक्षाबल:पुरुषों की पीठ और टांग तो महिलाओं के निजी अंगों पर कर रहे पैलेट गन से हमले

लड़कियों के दर्द से डॉक्टर भी कांप रहे
एक डॉक्टर बताते हैं कि मैंने 20 साल की एक लड़की का इलाज किया था। दस सुरक्षाबलों ने उसकी जांघ और निजी अंगों को निशाना बनाकर पैलेट गन चलाई गई थी। 10 छर्रे उसकी जांघ के अंदरूनी हिस्से में घुस गए थे वहीं 2 छर्रे निजी अंगों में लगे थे। जांघ में लगे 10 छर्रों को तो आसानी से निकाल लिया गया लेकिन बाकी दो छर्रों को निकालना बेहद मुश्किल था। संक्रमण होने का भी खतरा था इसलिए मैंने उसे एक स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास रेफर कर दिया। उस लड़की की हालत देखकर मैं दर्द से कांप गया था और सोच रहा था इसकी जगह मेरी बेटी भी हो सकती थी।
डॉक्टरों को इलाज ना करने की धमकी
ईरान में सुरक्षा बल बेहद कम दूरी से पैलेट गन चलाकर लोगों को घायल कर रहे हैं। वे मानवीय नियमों को धता बताकर लोगों को पैर की बजाय कमर से ऊपर गोली मार रहे हैं। इससे लोगों के महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान हो रहा है। कई लोगों ने आंख में छर्रे घुसने की वजह से आंखों की रोशनी खो दी है। प्रदर्शनकारियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों को धमकी देकर इलाज ना करने को कहा जा रहा है। एक डॉक्टर ने बताया कि सुरक्षाबलों से बचने के लिए एक बार उन्होंने अंधेरे में छर्रे निकाले थे। 26 अक्टूबर को सैंकड़ों डॉक्टर्स ने मेडिकल काउंसिल ऑफ ईरान के सामने प्रदर्शन किया तो उनपर भी पैलेट गन से हमले किए गए। लेकिन इंटरनेट पर पांबदी की वजह से जुल्म की ये तस्वीरें दुनिया के सामने नहीं आ रही हैं।
पैलेट गन के छर्रे करते हैं घायल
पैलेट गन की गोलियों में ढेर सारे छर्रे होते हैं। जब गोली चलती है तो छर्रे इधर-उधर फैलकर एक बड़े एरिया में नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन जिस जगह गोली लगती है वहां के टिसू पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं। कई छर्रे शरीर में घुस जाते हैं। पैलेट गन की गोली लगने से गंभीर चोट लगती है। वहीं दिमाग और दिल जैसे महत्वपूर्ण अंगों में गोली लगने से जान भी जा सकती है। आंख में छर्रे घुसने से आंखों की रोशनी भी जा सकती है।