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इस्लाम का मतलब ISIS नहीं… लोगों में बढ़ते कट्टरपंथ से सिंगापुर की राष्ट्रपति चिंतित, कहा- युवाओं को समझाना होगा

सिंगापुर सिटी : सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा याकूब ने देश में युवाओं के कट्टरपंथ की राह अपनाने पर रविवार को चिंता व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि झूठे विमर्श का मुकाबला करने और जनता को यह समझाने की जरूरत है कि ‘आईएसआईएस इस्लाम का प्रतिनिधित्व क्यों नहीं करता है।’ सिंगापुर के कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने इस महीने की शुरुआत में घोषणा की थी कि आईएसआईएस के ऑनलाइन दुष्प्रचार से प्रेरित होने वाले दो किशोरों पर आंतरिक सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।


सिंगापुर की राष्ट्रपति का बयान इस मामले के संदर्भ में आया है। मलय मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वालीं सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा ने कहा कि युवा जिज्ञासु होते हैं और वे दुनिया के अन्य हिस्सों में कथित अन्याय या ऐसी धारणाओं से आसानी से प्रभावित हो जाते हैं। उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सिंगापुर को झूठे विमर्श का मुकाबला करने और ‘यह समझाने के लिए कि आईएसआईएस इस्लाम या मुसलमानों का प्रतिनिधित्व क्यों नहीं करता है’, निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है।


मुस्लिम समुदाय में ‘छवि का डर’

द स्ट्रेट्स टाइम्स अखबार की खबर के अनुसार, दो किशोरों में एक 15 साल का किशोर भी शामिल था। वह चाकू से हमला करने, गैर-मुस्लिमों के सिर काटने और आत्मघाती हमला करने के बारे में सोच रहा था। राष्ट्रपति ने कहा कि हालिया घटनाओं ने मुस्लिम समुदाय में चिंता पैदा कर दी है जिन्हें डर सता रहा है कि इसका नकारात्मक असर गैर-मुस्लिमों के साथ उनके संबंधों और उनकी रोजगार की संभावनाओं पर पड़ सकता है।

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