नबलस के एक घर में छिपे ‘आतंकियों’ पर इजरायल की सेना का हमला, विरोध में गई 11 फलस्तीनियों की जान

गाजा पट्टी: इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक सिटी के नबलस में कब्जे वाली जगहों पर कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में कम से कम 11 फलीस्तीनी नागरिकों के मारे जाने की खबरें हैं। बुधवार को हुई हिंसा में 102 लोग घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि 82 लोग ऐसे हैं जिन्हें जिंदा गोला बारूद से निशाना बनाया गया है। फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से इस पूरे मामले की जानकारी दी गई है। घायलों में छह की हालत गंभीर बताई जा रही है। 66 साल के बुजुर्ग की उस समय अस्पताल में मौत हो गई जब गैस की वजह से उनका दम घुट गया।
स्थानीय समयानुसार कई दर्जन हथियारबंद गाड़ियां और स्पेशल फोर्सेज ने नबलस पर धावा बोला। आर्मी ने शहर के सभी रास्तों पर नाकाबंदी कर दी थी। इसके बाद उन्होंने एक घर को घेर लिया। इजरायल का कहना है कि इस घर में फलस्तीनी आतंकी होसाम इस्लीम और मोहम्मद अब्दुलघानी छिपे हुए थे, बाद में इन्हें ढेर कर दिया गया। लॉयंस डेन आर्म्ड ग्रुप की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि हाल ही में घोषित बलाटा ब्रिगेड के साथ-साथ छापे के दौरान इजरायली सेना के साथ संघर्ष में शामिल था। संगठन की मानें तो इस दौरान युवा फलिस्तीनियों ने चट्टानों के साथ बख्तरबंद टुकड़ी की गाड़ियों पर पथराव भी किया।
हर तरफ बस मलबा
न्यूज वेबसाइट मोंडोविस के फिलिस्तीनी पत्रकार मरियम बरघौटी के अनुसार, ये दोनों ऐसे हहर हैं जहां पर अक्सर सेनाओं की वजह से यहां रहने वालों के साथ विरोध बढ़ रहा है। नेबलस के पुरोन शहर में लोगों का कहना है कि यहां पर एक बड़े घर का मलबा पड़ा हुआ है। उन्होंने एक बड़ी दुकान पर गोलियों की वजह से पड़े बड़े-बड़े निशान भी देखे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो यहां पर खड़ी कारों पर भी गाड़ियां चढ़ा दी गईं है। हर तरफ बस खून से सनी सीमेंट और फर्नीचर का मलबा नजर आ रहा है।