कोविड अब वैश्विक महामारी नहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्वास्थ्य आपातकाल का दर्जा घटाया

संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 अब वैश्विक आपातकाल के योग्य नहीं है, जो विनाशकारी कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतीकात्मक अंत को चिह्नित करता है। इस महामारी की वजह से एक समय में दुनिया के विभिन्न देशों में लॉकडाउन लगाया गया था, जिससे दुनिया भर में अर्थव्यवस्थाएं प्रभावित हुईं और कम से कम 70 लाख लोगों की मौत हो गई। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अद्यनोम घेब्रेयेसस ने जेनेवा में बताया कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की आपातकालीन समिति की अनुशंसा के बाद यह फैसला किया। समिति की 15वीं बैठक बृहस्पतिवार को हुई थी।
कोविड अब वैश्विक आपातकाल नहीं
अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमन (2005) (आईएचआर) आपातकालीन समिति के सदस्यों ने कोविड-19 मौतों में घटती प्रवृत्ति, कोविड-19 से संबंधित अस्पताल में भर्ती होने और गहन देखभाल इकाई में भर्ती होने में गिरावट, और सार्स-सीओवी-2 के लिए जनसंख्या प्रतिरक्षा के उच्च स्तर पर प्रकाश डाला समिति का यह रुख पिछले कुछ महीनों में कायम रहा है।
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने जब पहली बार 30 जनवरी, 2020 को कोरोना वायरस को एक अंतरराष्ट्रीय आपदा घोषित किया। इसकी समिति ने हर तीन महीने में होने वाली बैठक में इस स्थिति को बरकरार रखा था। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने कहा कि महामारी में कम से कम 70 लाख लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि सही आंकड़ा दो करोड़ मौत-आधिकारिक अनुमान से लगभग तीन गुना- के करीब "संभावित" है।