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भारत नहीं, टीटीपी आतंकी अ‍ब पाकिस्‍तान के लिए सबसे बड़ा खतरा, पाकिस्‍तानी सेना का कबूलनामा

इस्लामाबाद: अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से ही पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने कई हमले किए हैं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने माना है कि अफगानिस्तान में तालिबान के आने के बाद से उनके देश में आतंक बढ़ा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना एक मशीन की तरह है, जिसका बटन प्रधानमंत्री के पास है। वह जब बटन दबा देंगे हम चलना शुरू कर देंगे। ISI चीफ नदीम अंजुम ने भी कहा कि आज देश को बाहर (भारत) से ज्यादा अंदर खतरा है।
सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने शनिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘आतंकी पृथ्वी पर एक फितना हैं, जो अपने नापाक उद्देश्यों के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। आतंकियों के पास देशा का संविधान मानने की जगहो कोई दूसरा विकल्प नहीं है। आतंकियों से शांति वार्ता नहीं होगी।’ दरअसल TTP पाकिस्तान में अफगानिस्तान की ही तरह शरिया कानून लागू करना चाहता है। वह पाकिस्तानी संविधान को नहीं मानता।


देश को बाहर से ज्यादा अंदर खतरा
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (ISI) के प्रमुख नदीम अंजुम ने कहा है कि पाकिस्तान में आतंकवाद ही इकलौती समस्या नहीं है। पाकिस्तान के सामने वह लोग भी समस्या हैं, जो झूठे राजनीतिक नैरेटिव गढ़ते हैं। ISI चीफ ने कहा कि पाकिस्तान को आज बाहर से ज्यादा अंदर खतरा है। ISI चीफ का बाहरी खतरा भारत के लिए संकेत माना जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जनरल असीम मुनीर ने कहा, ‘जब मैं नया-नया आर्मी चीफ बना तो कई लोगों से मिला। उन्होंने मुझे कहा कि सेना ही सबसे बड़ी है। लेकिन मेरा कहना है कि संसद और पाकिस्तान के लोग सबसे बड़े हैं।’

आतंकियों के साथ नहीं होगी बातचीत

असीम मुनीर को सेना प्रमुख बनाने के लिए इमरान खान कभी भी तैयार नहीं थे और उनका विरोध करते रहे। इमरान खान के खिलाफ अब असीम मुनीर की नफरत भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि हम आतंकियों से समझौता करने के पक्ष में नहीं हैं। बातचीत उन्हें सिर्फ मौका देता है कि वह अपनी ताकत बढ़ा सकें और अंत में नुकसान पाकिस्तान का होता है। दरअसल जब इमरान सत्ता में थे तो सेना और आतंकियों के बीच सीजफायर हुआ था। असीम मुनीर ने कहा कि हम नया पाकिस्तान या पुराना पाकिस्तान की बात नहीं करेंगे। हम हमारा पाकिस्तान के पक्ष में हैं।

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