अब कनाडा में हिंदू मंदिर में तोड़फोड़, भारत विरोधी चित्र बनाया, सवालों के घेरे में पीएम ट्रूडो

टोरंटो: ऑस्ट्रेलिया के बाद कनाडा में हिंदुओं के गौर शंकर मंदिर में तोड़फोड़ की गई है और भारत विरोधी चित्र बनाए गए हैं। बताया जा रहा है कि कनाडा के ब्राम्पटन प्रांत में यह घटना हुई है। इस घटना से भारतीय समुदाय बहुत आहत है। ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिर पर हमले के पीछे खालिस्तान समर्थकों का हाथ माना जाता है। इन खालिस्तानियों ने मेलबर्न में कथित जनमत संग्रह कराया था और इस दौरान भारतीयों की पिटाई कर दी थी। इन खालिस्तानियों ने भारतीय झंडे का अपमान किया था। भारत ने कनाडा में मंदिर में तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की है।
खालिस्तानियों ने हिंदू मंदिरों पर किया हमला
ब्राउन ने ट्वीट किया, ‘बर्बरता के इस घृणित कृत्य का हमारे शहर या देश में कोई स्थान नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उन्होंने इस घृणित अपराध पर पील क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख निशान दुरैयप्पा के साथ अपनी चिंताओं को उठाया है। ब्राउन ने कहा, ‘हर कोई अपने पूजा स्थल में सुरक्षित महसूस करने का हकदार है।’ यह घटना केवल जनवरी में खालिस्तानी समूहों द्वारा भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ ऑस्ट्रेलिया में तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने के बाद हुई है।
जुलाई 2022 में कनाडा के रिचमंड हिल पड़ोस में एक विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की एक मूर्ति को खंडित कर दिया गया था। सितंबर 2022 में कनाडा के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को कथित खालिस्तानी तत्वों ने भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ विकृत कर दिया था। भारत ने तब कड़े शब्दों में बयान जारी कर कनाडाई अधिकारियों से भारतीयों के खिलाफ घृणा अपराध की बढ़ती घटनाओं की ठीक से जांच करने का आग्रह किया है।