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अब मेरी बेगम बुशरा बीबी को जेल भेजने की तैयारी कर रही सेना… इमरान खान ने बताया क्या है ‘प्लान लंदन’

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में इन दिनों सियासी उथल-पुथल अपने चरम पर है। विपक्ष में बैठे इमरान खान सरकार और सेना पर एक के बाद एक संगीन आरोप लगा रहे हैं। वहीं सरकार उन्हें जेल भेजने की हर संभव कोशिश कर रही है। बीती रात इमरान खान ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए जिसमें उन्होंने ‘प्लान लंदन’ का जिक्र किया। उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तानी सेना, शहबाज सरकार और लंदन में इलाज करवा रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर निशाना साधा। इमरान ने आरोप लगाया कि सेना अब उनकी पत्नी बुशरा बीबी को जेल भेजने की साजिश रच रही है।

इमरान खान ने लिखा, ‘तो अब पूरा लंदन प्लान सामने आ चुका है। जब मैं जेल में था तब उन्होंने हिंसा के बहाने जज, ज्यूरी और जल्लाद की भूमिकाएं निभाईं। अब मुझे प्रताड़ित करने के लिए मेरी पत्नी बुशरा बेगम को जेल में डालने और राजद्रोह कानून का इस्तेमाल कर मुझे अगले 10 साल तक जेल में रखने का प्लान है। फिर पीटीआई नेतृत्व और कार्यकर्ताओं का जो कुछ बचा है, उस पर पूरी तरह नकेल कसेगी। आखिर में वे पाकिस्तान की सबसे बड़ी और इकलौती संघीय पार्टी पर बैन लगा देंगे। ( जिस तरह उन्होंने पूर्वी पाकिस्तान में अवामी लीग पर प्रतिबंध लगा दिया था)’

क्या सोशल मीडिया पर लग जाएगा बैन?

इमरान ने लिखा, ‘यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया न हो, उन्होंने दो काम किए हैं। पहला, न सिर्फ पीटीआई कार्यकर्ताओं पर बल्कि आम नागरिकों को भी आतंकित किया गया है। दूसरा, मीडिया को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया है। कल वे दोबारा इंटरनेट सेवाएं रोक देंगे और सोशल मीडिया पर बैन लगा देंगे (जो अभी सिर्फ आंशिक रूप से खुला है)।’ उन्होंने कहा कि पुलिस घरों में घुस रही है और बेशर्मी से महिलाओं के साथ मारपीट कर रही है।

‘पाकिस्तान के चीफ जस्टिस को डरा रहे’

इमरान ने लिखा, ‘चादर और चारदीवारी की पवित्रता का कभी भी ऐसा उल्लंघन नहीं किया गया, जैसा कि ये अपराधी कर रहे हैं। यह लोगों में इस कदर खौफ पैदा करने की सोची समझी साजिश है ताकि कल जब वे मुझे गिरफ्तार करने आएं तो बाहर न निकलें। कल सुप्रीम कोर्ट के बाहर किए जा रहे JUIF ड्रामे का सिर्फ एक मकसद है, पाकिस्तान के चीफ जस्टिस को डराना ताकि वह संविधान के अनुसार फैसला न सुनाएं। पाकिस्तान पहले भी सुप्रीम कोर्ट पर इस तरह के बेशर्म हमले देख चुका है, जब 1997 में पीएमएल-एन के गुंडों ने हमला किया था और चीफ जस्टिस सज्जाद अली शाह को हटा दिया था।’

‘गुलामी से तो बेहतर है मौत’

इमरान ने लिखा, ‘पाकिस्तान के लोगों के लिए मेरा संदेश है, मैं अपने खून की आखिरी बूंद तक हकीकी आजादी के लिए लड़ूंगा क्योंकि मेरे लिए इन बदमाशों के गुलाम होने से मौत बेहतर है। मैं अपने सभी लोगों से यह याद रखने का आग्रह करता हूं कि हमने संकल्प लिया है कि हम सिर्फ अल्लाह के अलावा किसी के आगे नहीं झुकते हैं। अगर हम डर के आगे झुक गए तो हमारी आने वाली पीढ़ियों का सिर्फ अपमान और विघटन होगा। जिन देशों में अन्याय होता है और जंगलराज होता है, वे मुल्क ज्यादा समय तक जीवित नहीं रहते हैं।’

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