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बच्‍चे के हाथ में पीएम मोदी का बचपन, इस तस्‍वीर से जुड़ी है प्रधानमंत्री की दिलचस्‍प कहानी!

नई दिल्‍ली: कर्नाटक में 10 मई को चुनाव (Karnataka Election 2023) है। राज्‍य में माहौल चुनावी हो गया है। सभी दल पूरा जोर लगाने में जुटे हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी पीछे नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) राज्‍य में कई रैलियां कर चुके हैं। रोड शो भी किए हैं। इस दौरान समर्थकों की भारी भीड़ देखने को मिली है। पीएम की एक झलक पाने के लिए बड़ों के साथ बच्‍चे भी दिखे हैं। इस दौरान एक बच्‍चे के हाथ में पीएम मोदी के बचपन की तस्‍वीर दिखी। इसमें प्रधानमंत्री मोदी एनसीसी यूनिफॉर्म में हैं। इस तस्‍वीर की बहुत दिलचस्‍प कहानी है। यह उन दिनों की है जब मोदी संघर्षों के दौर से गुजर रहे थे। उनका हमेशा से भारतीय सेना में शामिल होकर देश सेवा का सपना था। स्‍कूल के दिनों में उन्‍होंने एनसीसी ज्‍वाइन की थी।

बचपन में थी सेना में जाने की चाहत
पीएम ने बचपन में कभी नहीं सोचा था कि वह राजनीति में जाएंगे। उनका तब सिर्फ एक ही सपना था। वह सपना था भारतीय सेना में शामिल होने का। उनके पिता दामोदरदास मोदी की गुजरात के वाडनगर रेलवे स्‍टेशन में छोटी सी चाय की दुकान थी। बचपन में पढ़ाई से उन्हें जो समय मिलता उसमें दुकान पर पिता का हाथ बटाने पहुंच जाते थे। ट्रेनों में चाय भी बेचते थे। जंग के मैदान से लौटने वाले जवानों को चाय पिलाना उन्‍हें बहुत अच्‍छा लगता था। वह बड़े होकर खुद को उसी हरी वर्दी में देखना चाहते थे। मोदी की इच्‍छा जामनगर में सैनिक स्‍कूल में पढ़ने की थी। वह सैनिक स्‍कूल उनके घर से बहुत ज्‍यादा दूर नहीं था। लेकिन, घर की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह फीस का खर्च उठा पाता।
दूसरे बच्‍चों से अलग थे मोदी
मोदी बचपन में दूसरे बच्चों से थोड़ा अलग थे। अभिनय, वाद-विवाद और नाटकों में हिस्सा लेना उन्‍हें पसंद था। वह इन प्रतियोगिताओं में काफी पुरस्‍कार जीतते थे। स्‍कूल के दिनों में उन्‍होंने एनसीसी ज्‍वाइन की थी। खाकी यूनिफॉर्म में उनकी यह तस्‍वीर उन्‍हीं दिनों की है। यूनिफॉर्म पहनकर वह बहुत ज्‍यादा खुश थे। बचपन में ही एक बार वह तालाब से घड़ियाल का बच्चा पकड़कर घर ले आए थे। मां हीरा बेन के समझाने पर वह उसे वापस तालाब छोड़कर आए थे। यही नहीं, उन्‍हें साधु-संत भी बहुत ज्‍यादा प्रभावित करते थे। संन्यासी बनने के लिए मोदी कभी विद्यालय की पढ़ाई के बाद घर से भाग तक गए थे।
कर्नाटक में 10 मई को मतदान होगा और मतगणना 13 मई को होगी। चुनावी राज्य में 29 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। इसके बाद से विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने नकदी, शराब, मादक पदार्थ, उपहार समेत कुल 305 करोड़ रुपये से ज्‍यादा की जब्ती की है। रविवार को प्रधानमंत्री ने मैसुरु में रोड शो किया था।

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