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IPL को नीचा दिखाने के लिए PCB चीफ का घटिया दावा, खुद के PSL आयोजन में छूटे थे पसीने

लाहौर: हाल ही में पाकिस्तान सुपर लीग 2023 का समापन हुआ। लाहौर कलंदर्स की टीम फाइनल में मुल्तान सुल्तान को सिर्फ 1 रन से हराकर चैंपियन बनी। वहीं लीग की समाप्ति के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की अंतरिम प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नजम सेठी ने अब एक बड़ा दावा किया है। नजम सेठी का मानना है कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) सीजन ने डिजिटल रेटिंग के मामले में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को पीछे छोड़ दिया है।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, सेठी ने कहा कि इस सीजन के पीएसएल को पिछले संस्करण में आईपीएल के 130 की तुलना में 150 की डिजिटल रेटिंग मिली है, जबकि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रशंसकों के साथ-साथ पंजाब और सिंध की संघीय और प्रांतीय सरकारों का आभार व्यक्त किया। एक नया विकल्प भी पेश किया गया था।

    74 वर्षीय ने कहा, ‘हमारे पास संयुक्त राज्य अमेरिका में लीग के कुछ मैच आयोजित करने का प्रस्ताव है और अगर हमें मौका मिलता है, तो हम उस विकल्प का पता लगाएंगे।’ और जनता की सुविधा के लिए स्टेडियमों के पास खिलाड़ियों के लिए पांच सितारा होटल बनाने के लिए लाहौर और कराची में सम्बंधित अधिकारियों से बात कर रहे हैं।

    उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे पीएसएल ने प्रभावित किया है और देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद की है। सेठी ने सरकार को भुगतान किए गए करों का खुलासा करने से पहले कहा, ‘पीएसएल ने देश के आर्थिक पहिए को आगे बढ़ाने में योगदान दिया है क्योंकि इसने नौकरी के अवसर पैदा किए और पर्यटन, होटल उद्योग, एयरलाइंस और सड़क यात्रा व्यवसाय को बढ़ने में मदद की।’

    डॉन ने बताया, ‘हमने संघीय सरकार को करों में 70 करोड़ रुपये, बिक्री करों में 50 करोड़ रुपये और प्रांतीय करों में 50 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।’ पीएसएल में टीमों को प्रायोजित करने वाली तीन सट्टेबाजी कंपनियों के मुद्दे पर, सेठी ने स्पष्ट किया कि समझौतों की समीक्षा की जाएगी क्योंकि वे पीसीबी प्रमुख के रूप में स्थापित होने से पहले हुए थे। उन्होंने कहा, ‘पीसीबी धर्म, संस्कृति और देश की परंपरा के खिलाफ किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होगा।’

    PSL के आयोजन में PCB की हालत हो गई थी खराब

    PCB जिस तरह से यह दावा कर रही है कि डिजिटल रेटिंग में PSL आईपीएल से आगे निकल गई। यह वही लीग जिसके आयोजन में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की हालत खराब हो गई थी। बोर्ड के पास स्थानीय सरकार को सुरक्षा मुहैया कराने के पैसे नहीं थे। सिर्फ इतना ही नहीं पीएसएल की विजेता टीम को इतनी भी रकम नहीं मिली जितनी आईपीएल की नीलामी में खिलाड़ियों की मिल जाती है। ऐसे में नजम सेठी का यह दावा करना कि पीएसएल डिजिटल रेटिंग में आईपीएल से आगे निकल गई। वह पूरी तरह से बकवास है।

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