भारत से पंगा पड़ा भारी, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की जाएगी कुर्सी! महाभियोग चलाने की तैयारी

भारत के खिलाफ जहर उगलने के बाद से मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब उनकी कुर्सी पर संकट मंडराने लगा है. मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ मालदीव की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी एमडीपी संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश कर सकती है.
मालदीव की मुख्य विपक्षी पार्टी, मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के पास संसद में बहुमत है. मालदीव की स्थानीय मीडिया की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार, एमडीपी ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने के लिए पर्याप्त समर्थन जुटा लिया है.
एमडीपी ने डेमोक्रेट के साथ जुटाया समर्थन
इसने एमडीपी के एक विधायक के हवाले से बताया कि एमडीपी ने डेमोक्रेट के साथ साझेदारी में महाभियोग प्रस्ताव के लिए तैयारी कर ली है. एमडीपी और डेमोक्रेट दोनों के प्रतिनिधियों सहित कुल 34 सदस्यों ने राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग के प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया है. जो कल मालदीव की संसद में अराजकता के कारण बाधित हो गया था.
संसद के अंदर हुई थी हिंसा
इस बीच मालदीव की संसद के अंदर नेताओं के बीच झड़प के बाद, आज के सत्र से पहले संसद में सुरक्षा कड़ी करने के लिए भारी पुलिस व्यवस्था की गई है. एक वीडियो में पुलिस कर्मियों को संसद परिसर के बाहर इकट्ठा होते देखा गया. रविवार को मालदीव की संसद में हिंसा देखी गई थी जब सरकारी सांसदों (पीपीएम/पीएनसी पार्टी) ने संसद और स्पीकर की कार्यवाही में बाधा डाली.
मुइज्जू के भारत विरोधी सुर से नुकसान
हाल ही में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के भारत विरोधी सुर के कारण मालदीव का काफी नुकसान हुआ था. राष्ट्रपति मुइज्जू पर विपक्षी दलों के नेताओं ने भारत से माफी मांगने का दबाव बनाया था. मुइज्जू ने बीती 13 जनवरी को चीन से लौटने के बाद भारत के खिलाफ बोलना शुरू किया था.
उन्होंने कहा था कि मालदीव किसी खास देश का बैकयार्ड नहीं है. किसी देश को उसे धमकाने नहीं देगा. उनके इस बयान से मालदीव के विपक्षी नेता खफा हो गए. मालदीव के सांसद कासिम ने माफी की मांग करते हुए कहा था कि राष्ट्रपति मुइज्जू से अनुरोध करूंगा कि औपचारिक रूप से और पेशेवर तरीके से पीएम मोदी और भारत की सरकार से माफी मांगें.