यूक्रेन में शांति के लिए पुतिन बातचीत के लिए तैयार, लेकिन रखी ये शर्त

यूक्रेन के साथ रूस के युद्धविराम की उम्मीदें अब और धुंधली पड़ती जा रही हैं. रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेन के ‘जिन नए इलाकों’ को अपने कब्जे में लिया है, उन्हें पश्चिमी देशों ने मान्यता देने से इनकार किया है. इससे शांति के लिए बातचीत और मुश्किल हो गई है.
रूस का ये बयान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उस संकेत के बाद आया जिसमें उन्होंने कहा था कि वह व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए तैयार हैं.
रूस ने कहा है कि वह बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन से वापस लौटने की मांग नहीं मानी जाएगी.
रूस ने सितंबर के अंत में यूक्रेन के चार इलाकों को अवैध रूप से खुद में मिला लिया है. इनमें से किसी पर उसका नियंत्रण नहीं था.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा था कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए तैयार हैं. हालांकि ये देखना होगा कि वो इस युद्ध से निकलने का रास्ता ढूंढने के लिए तैयार हैं या नहीं.
इस मौके पर उनके साथ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी मौजूद थे. उन्होंने कहा, ”वो और अमेरिकी राष्ट्रपति यूक्रेन को ऐसा कोई समझौता करने के लिए नहीं कहेंगे जो उसे मंजूर न हो. ”
रूस और यूक्रेन के बीच अभी भी घमासान जारी है. दोनों ओर से युद्ध रोकने के संकेत नहीं मिल रहे हैं. बातचीत के लिए कोई उत्साह नहीं दिखाई पड़ रहा. यही वजह है कि शांति वार्ता के लिए राजनयिक कोशिशें एक बार फिर तेज़ हो गई हैं.