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रेपो रेट पर आरबीआई ने दिया सरप्राइज, अब FD पर क्या करें

नई दिल्ली: ऐसे समय पर जब ज्यादातर एक्सपर्ट रेपो रेट में बढ़ोतरी किए जाने का अनुमान जता रहे थे तब रिजर्व बैंक ने इस पर ब्रेक लगाकर सबको चौंका दिया। इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबकि ऐसे में उन लोगों को थोड़ी निराशा हाथ लगी है जो रेपो रेट बढ़ाए जाने पर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाला रिटर्न बढ़ने की आस लगाए बैठे थे।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपनी ताजा मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की बैठक के बाद रेपो रेट को 6.5% पर बरकरार रखने का फैसला किया। पिछले 11 महीनों के भीतर रेपो रेट में कुल बढ़ोतरी 2.5% हो गई है। अब, FD निवेशकों के मन में कई सवाल आ रहे हैं मसलन क्या FD की ब्याज दरें बढ़ोतरी के अंतिम दौर में पहुंच गई हैं या इसमें कुछ और समय लगेगा? लंबी अवधि की FD करने के लिए क्या और इंतजार करना चाहिए? हालांकि, FD पर मिलने वाला रेट अपनी ऊंचाई पर पहुंचा है या नहीं इसको लेकर जानकारों की राय अलग-अलग है। लेकिन एक बात तो तय है कि FD निवेशकों के लिए अपने निवेश में बदलाव करने का यह सबसे अच्छा समय हो सकता है। आइए समझते हैं कि किस दिशा में FD दरें बढ़ने की संभावना है और आपके FD निवेश के लिए सबसे अच्छा तरीका क्या हो सकता है।

क्या ब्याज दर अपने ऊंचाई पर पहुंच गया है? RBI ने पहले दरों में इजाफा इसलिए किया कि रिटेल महंगाई बहुत ज्यादा थी। हालांकि, दिसंबर 2022 में खुदरा महंगाई छह फीसदी से नीचे जाने के बाद फरवरी 2023 में फिर से 6.44% हो गई। RBI इसके छह फीसदी से नीचे रहने की उम्मीद कर रहा था। हालांकि, जब तक महंगाई स्थायी रूप से कम नहीं हो जाती है, तब तक रीपो रेट में एक और इजाफा होने की संभावना से पूरी तरह इंकार नहीं किया जा सकता है। अगला कदम उठाने से पहले RBI परिस्थिति और डेटा पर नजर रखेगा। कोटक महिंद्रा असेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के MD नीलेश शाह कहते हैं, ‘बाजार को उम्मीद है कि RBI अधिक से अधिक रन बनाएगा और महंगाई तथा ग्रोथ पर मैच जीतेगा, चाहे वह किसी भी दिशा में गेंद को हिट करे।’

बैंकों ने नहीं दिया है अब तक रेपो रेट बढ़ोतरी का पूरा फायदा : जब कभी रेपो रेट बढ़ता है तो बैंक फ्लोटिंग रेट पर कर्ज लेने वाले अपने कर्जदारों पर इसका बोझ डालने में ज्यादा देरी नहीं करते हैं। जबकि FD के निवेशकों को इसका फायदा देने में उनकी सुस्ती साफ नजर आती है। RBI के डेटा से पता चलता है कि अप्रैल 2022 में एक वर्ष से अधिक अवधि वाली FD की सबसे कम और सबसे ज्यादा ब्याज दरें क्रमश: 5% और 5.60% थीं। उसके बाद से 24 मार्च, 2023 के डेटा के मुताबिक सबसे कम ब्याज दर एक फीसदी बढ़कर छह फीसदी और सबसे ज्यादा वाली ब्याज दर 1.65% बढ़कर 7.25% हो गई है।


क्या और बढ़ेगी FD की दरें?

जो बैंक उच्च ब्याज दरों की पेशकश कर रहे हैं, वे केवल एक से तीन साल की FD के लिए ऐसा कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, कोटक महिंद्रा बैंक 390 दिनों (12 महीने 25 दिन) से लेकर दो साल से कम की अवधि की FD पर सामान्य नागरिकों को 7.2% और वरिष्ठ नागरिकों को 7.7% का रिटर्न देता है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 800 दिनों और तीन वर्षों के दो विशेष अवधि पर 7.30% का अपना सबसे अच्छा रिटर्न देता है। यानी कि FD की दरों में और इजाफा होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

क्या यह आपकी FD बुक करने का सबसे अच्छा समय है? अधिकांश प्रमुख फैक्टर बताते हैं कि हम मौजूदा रेपो रेट बढ़ोतरी के टॉप पर पहुंचने के करीब हैं। संभवत: एक और बढ़ोतरी के साथ इस पर मोटे तौर पर विराम लग सकता है। यानी FD ब्याज दरों में कुछ और समय के लिए बढ़ोतरी जारी रह सकती है। सभी बैंकों ने विशेष रूप से लंबी अवधि वाले FD के लिए रीपो दर इजाफे के मुताबिक अपनी FD ब्याज दरें नहीं बढ़ाई है। अब जून में होने वाली MPC की बैठक से FD को अधिक ठोस दिशा प्रदान करेगी।

वर्तमान समय में आपको क्या करना चाहिए? अगर आप बड़ी FD में लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो 2-3 महीने का इंतजार करना बेहतर हो सकता है। हालांकि, आप अपनी FD को दो से तीन हिस्सों में बांट भी सकते हैं। एक हिस्से को अभी और बाकी को 3 महीने के बाद निवेश कर सकते हैं।बैंकबाजारडॉटकॉम के CEO अधिल शेट्टी कहते हैं, ‘जहां तक FD की बात है, तो आपको ऊंची दरों पर निवेश करना चाहिए क्योंकि हम नहीं जानते कि ब्याज दरों के मामले में चीजें बेहतर होंगी या नहीं।’

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