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भारत के साथ दुनिया का सबसे शक्तिशाली टैंक बनाएगा रूस, शेयर करेगा T-14 Armata की टेक्नोलॉजी

मॉस्को: रूस ने भारत के साथ मिलकर दुनिया के सबसे शक्तिशाली टैंक को बनाने की इच्छा जाहिर की है। रूस ने कहा है कि वह भारत के साथ अपने अत्याधुनिक टैंक टी-14 आर्मटा की टेक्नोलॉजी साझा करने को भी राजी है। टी-14 आर्मटा दुनिया के सबसे शक्तिशाली टैंकों में से एक है। रूस की इच्छा भारत के साथ भविष्य के मुख्य युद्धक टैंकों के संयुक्त विकास में हिस्सा लेने की है। भारत के पास मुख्य युद्धक टैंक के रूप में अभी रूसी टेक्नोलॉजी से बने टी-90 भीष्म और टी-72 अजेय हैं। भारत स्वदेशी तौर पर विकसित अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक के अपग्रेडेड वर्जन का इस्तेमाल कर रहा है।


भारत के साथ मिलकर नया टैंक बनाना चाहता है रूस

आरआईए नोवोस्ती समाचार एजेंसी ने रशियन फेडरल सर्विस ऑफ मिलिट्री टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन के डिप्टी डायरेक्टर व्लादिमीर ड्रोझझोव के हवाले से बताया कि रूसी पक्ष आधुनिक रूसी प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ भारतीय मुख्य युद्धक टैंक के संयुक्त विकास में भाग लेने की योजना बना रहा है। बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2023 एक्सपो के दौरान ड्रोझझोव ने बताया कि भारत नए टैंक के लिए एक अंतरराष्ट्रीय निविदा शुरू करने की योजना बना रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत के साथ अर्माटा यूनिवर्सल कॉम्बैट प्लेटफॉर्म पर केंद्रित मुख्य युद्धक टैंक के विकास पर रूस के साथ काम करने पर अक्सर चर्चा की गई है।


आर्मटा दुनिया का सबसे ताकतवर टैंक

आर्मटा रूस के टी-14 हैवी टैंक और टी-15 आर्मर्ड इंफ्रेंट्री फाइटिंग व्हीकल के लिए एक आधार के रूप में काम करता है। टी-14 आर्मटा टैंक को रूसी कंपनी उरलवगोनज़ावॉड ने बनाया है। यह रूस का अब तक का सबसे अडवांस और शक्तिशाली टैंक है। इसे पहली बार मई 2015 में मॉस्को विक्टरी डे परेड के दौरान सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शित किया गया था। आर्मटा की सबसे बड़ी खासियत इसकी मेन गन है। टी-14 आर्मटा में ऑटोमेटिक लोडर के साथ 125एमएम की 2A82-1M स्मूथबोर कैनन लगाई गई है। इसमें 32 राउंड गोले हमेशा रेडी टू यूज कंडीशन में रखे जा सकते हैं।

लेजर गाइडेड मिसाइल भी दाग सकता है आर्मटा

टी-14 आर्मटा की मेन गन 7 से 12 किमी की रेंज वाली एक नई लेजर-गाईडेड मिसाइल भी दाग सकती है। यह टैंक दुश्मन के 152 एमएम टैंक के गोले को भी झेलने में सक्षम है। दुनिया की दूसरी कोई भी टैंक टी-14 आर्मटा जितनी सुरक्षित नहीं है। इस टैंक में अमेरिका के मुख्य यु्द्धक टैंक अब्राम्स टैंक की तुलना में दोगुना मोटा कवच लगा हुआ है। टी-14 आर्मटा एक बार में 45 राउंड तक लेकर जा सकती है। कुछ रूसी स्रोतों के अनुसार, T-14 आर्मटा को भविष्य में 152एमएम की नई तोप से लैस किया जा सकता है।

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