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महंगे पेट्रोल-डीजल का साइड इफेक्ट, मार्च में डबल स्पीड से बढ़ी इलेक्ट्रिक कारों की सेल

नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बनी तेजी का असर कार खरीदारी पर दिखने लगा है। लोग अब पेट्रोल-डीजल की कारों को छोड़कर इलेक्ट्रिक कारों का रुख कर रहे हैं। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की सेल मे ंजबरदस्त तेजी लौटी है। मार्च में डबल स्पीड से इलेक्ट्रिक कारों की सेल हुई है। इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EV) की बिक्री में तेजी का ट्रेंड लगातार बना हुआ है। भले ही कुल बिक्री में इनका प्रतिशत अब भी सिर्फ 2.6 पर्सेंट ही है लेकिन मार्च 2022 के मुकाबले मार्च 2023 में दोगुनी इलेक्ट्रिक गाड़ियां बिकी हैं। पिछले साल मार्च में 3,718 इलेक्ट्रिक गाड़ियां बिकी थीं। इस बार यह आंकड़ा 8,566 पहुंच गया। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स असोसिएशन ने मार्च 2023 में इलेक्ट्रिक वीकल्स की बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं जिसमें कई तरह के ट्रेंड दिखाई दे रहे हैं। कारों से हटकर अगर इलेक्ट्रिक टू-वीलर्स की बात करें तो यहां ईवी की घुसपैठ ज्यादा तेजी से हो रही है। मार्च 2022 में कुल टू-वीलर्स में इलेक्ट्रिक टू-वीलर्स की हिस्सेदारी 4.2 पर्सेंट थी जो इस साल मार्च में बढ़कर 5.9 पर्सेंट हो गई है।

मार्च में पूरे देश में 8,566 इलेक्ट्रिक कारें बिकी हैं। इस वक्त करीब 10 कंपनियों के पोर्टफोलियो में EV मौजूद हैं। लेकिन खास बात यह है कि इन 8,566 कारों में से 7,137 EV सिर्फ टाटा मोटर्स की हैं। दूसरे नंबर पर एमजी मोटर्स है जिसने 454 EV बेची हैं। बीवाईडी ने 281 और महिंद्रा ने सिर्फ 237 इलेक्ट्रिक गाड़ियां ही बेचीं। यहां ध्यान देने वाली बात है कि टाटा मोटर्स के पास न सिर्फ सबसे ज्यादा EV वाला पोर्टफोलियो है बल्कि सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार भी टिएगो इलेक्ट्रिक के रूप में उसके पास है।

टू-वीलर्स में 21,274 EV बेचकर ओला इलेक्ट्रिक नंबर-1 पोजिशन पर है। दूसरे नंबर पर TVS है जिसने 16,768 EV बेची हैं। तीसरे नंबर पर एथर एनर्जी है जिसने 12,076 EV बेची हैं। इसमें चौथे नंबर पर एंपियर और पांचवे पर हीरो इलेक्ट्रिक है।

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