अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने खास एरिक गार्सेटी को बनाया भारत का राजदूत, दो साल बाद हुई नियुक्ति

वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के खास एरिक गार्सेटी को भारत में राजदूत नियुक्त करने के फैसले पर सीनेट की तरफ से मंजूरी मिली गई है। गार्सेटी अब भारत में अमेरिका के अगले राजदूत होंगे। यह अहम पद पिछले दो सालों से खाली पड़ा था। 52 साल के गार्सेटी लॉस एंजिल्स के मेयर भी रहे हैं। बुधवार को 52-42 वोटों से उनके नाम को सीनेट ने मंजूरी दी। हालांकि उनका रास्ता काफी मुश्किल था। सात रिपब्लिकंस ने डेमोक्रेट्स के साथ हाथ मिलाया तो वहीं तीन डेमोक्रेट्स उन रिपब्लिकंस के साथ हो गए जिन्हें एरिक के नाम पर ऐतराज था।
जुलाई 2021 से उनका नामांकन अटका हुआ था। बाइडेन ने उसी समय उनके नाम पर फैसला कर लिया था मगर उनके पिछले रिकॉर्ड के चलते फैसला नहीं हो पा रहा था। राष्ट्रपति बाइडेन को लगता है कि भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी काफी अहम है। केनेथ जस्टर भारत में अमेरिका के आखिरी राजदूत थे, जो जनवरी 2021 तक इस पद पर बने रहे थे। बाइडेन की मुख्य उप सचिव ओलिविया डाल्टन की मानें तो राष्ट्रपति को लगता है गार्सेटी भारत में एक मजबूत और प्रभावशाली भूमिका को अंजाम देने में सफल रहेंगे।
गार्सेटी के करीबी रिक जैकब्स पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे। जैसे ही यह मामला सामने आया उनकी नियुक्ति का फैसला टल गया। हालांकि गार्सेटी ने हमेशा इन आरोपों से इनकार किया है। मई 2021 में एक रिपोर्ट आया जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रपति बाइडेन ने गार्सेटी को भारत में राजदूत नियुक्त करने का फैसला लिया है। गार्सेटी, बाइडेन के चुनावी अभियान के सह अध्यक्ष रहे हैं। कहा जाता है कि बाइडेन की जीत में उनका काफी योगदान था। राजदूत के पद पर उनकी नियुक्ति को बाइडेन की तरफ से उन्हें दिया गया ईनाम करार दिया जा रहा है।
राष्ट्रपति बनने का सपना
साल 2017 में गार्सेटी ने खुद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तक बता दिया था। जब साल 2020 में बाइडेन ने चुनाव जीता तो यह कहा गया कि गार्सेटी को उनकी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। मगर रिक जैकब्स विवाद सामने आने के बाद से उनकी मुश्किलें बढ़ गईं। गार्सेटी, अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी सिटी लॉस एजेंल्स के मेयर रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उनके पास राजनीतिक अनुभव भी काफी अच्छा खासा है।