किम जोंग उन को डरा रही US-साउथ कोरिया की न्यूक्लिर डील, बहन ने कहा- गंभीर खतरे के करीब दुनिया!

प्योंगयांग : उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने चेतावनी दी है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच समझौते से सिर्फ ‘अधिक गंभीर खतरा’ होगा, जिसका उद्देश्य प्योंगयांग के खिलाफ प्रतिरोध को मजबूत करना है। सरकारी मीडिया ने शनिवार को इसकी जानकारी दी है। वॉशिंगटन में हुई दोनों देशों के नेताओं की मुलाकात में अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने बुधवार को संकल्प लिया कि उत्तर कोरिया को ‘परमाणु जवाबी हमले’ का सामना करना पड़ेगा और वहां के नेतृत्व का अंत हो जाएगा अगर उसने अपने हथियारों का इस्तेमाल किया।
‘समझौते से पूर्वोतर एशिया की शांति को खतरा’
यह समझौता दक्षिण कोरिया के लिए अमेरिका की परमाणु सहायता को और अधिक बढ़ाता है जिससे उत्तर कोरिया घबराया हुआ है। एक अमेरिकी अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि इस समझौते में दक्षिण कोरियाई बंदरगाह पर न्यूक्लियर बैलिस्टिक सबमरीन की पहली यात्रा सहित ‘रणनीतिक हथियारों की लगातार तैनाती’ शामिल है। किम यो जोंग ने कहा, ‘इस समझौते से सिर्फ पूर्वोतर एशिया की शांति और सुरक्षा प्रभावित होगी और दुनिया को और अधिक गंभीर खतरे का सामना करना पड़ सकता है। यह एक ऐसा कदम है जिसका कभी भी स्वागत नहीं किया जा सकता।’
प्रतिबंधों को तोड़ रहा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया दंडात्मक प्रतिबंधों की अवहेलना करते हुए कई साल से परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों पर काम कर रहा है। इस साल किम जोंग उन ने प्रतिबंधों को तोड़ते हुए कई रिकॉर्ड तोड़ परीक्षण किए हैं। उत्तर कोरिया अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यासों को अपने लिए खतरा मानता है। वह अपने मिसाइल परीक्षणों को ‘आत्मरक्षा’ करार देता है। हालांकि उसकी मिसाइलें दक्षिण कोरिया और जापान जैसे क्षेत्रीय देशों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती रही हैं।