वैक्सीन बूस्टर भी फेल, कोरोना का यह वेरिएंट कितना खतरनाक? एक्सपर्ट्स से समझिए

नई दिल्ली: देश में तेजी से बढ़ रहे कोविड केसेज के पीछे ओमीक्रोन का नया सबवेरिएंट XBB.1.16 जिम्मेदार है। हालिया मामलों के जीनोम एनालिसिस से एक बात सामने आई है। जीनॉमिक्स कंसोर्टियम INSACOG के एक सदस्य ने हमारे सहयोगी द इकॉनमिक टाइम्स को बताया कि भारत में 60% केसेज में XBB.1.16 मिल रहा है। उसके ऊपर 25-30% मामले ऐसे हैं जो इसी XBB वेरिएंट के सबलीनिएज हैं। मतलब ओमीक्रोन का XBB सबवेरिएंट देश के करीब 90% कोरोना मामलों के पीछे है। डेली पॉजिटिविटी रेट 2.87 प्रतिशत हो गया है। पिछले हफ्ते के मुकाबले पॉजिटिविटी रेट दोगुना हो गया है। XBB.1.16 को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी आगाह किया है। WHO के मुताबिक, XBB.1.16 सबवेरिएंट पर नजर रखने की जरूरत है। अभी तक यह सबवेरिएंट 22 देशों में मिला है। भारत में इसका पहला केस पिछले साल फरवरी में पुणे से मिला था। अब इसने कोरोना के बाकी सारे वेरिएंट्स को पीछे छोड़ दिया है। XBB.1.16 वेरिएंट क्यों इतना खतरनाक है, किसलिए इतनी तेजी से फैल रहा है, लक्षण और इलाज कैसे हो रहा है, जानिए हर बात।
XBB.1.16 सबवेरिएंट क्या है? क्यों इतनी तेजी से फैल रहा?
- ओमीक्रोन के XBB.1.16 सबवेरिएंट ने महाराष्ट्र में तो कहर बरपा रखा है। हर नए वेरिएंट की तरह इसके बेहद संक्रामक होने के पीछे भी म्यूटेशन है।
- वायरस के न्यूक्लियोटाइड और अमीनो एसिड्स में बदलाव हुआ है। XBB.1.16 का ट्रांसमिशन रेट काफी ज्यादा है।
- ओमीक्रोन का यह म्यूटेंट स्ट्रेन हाइब्रिड इम्यूनिटी को मात दे सकता है।
- वैक्सीनेशन वाली इम्यूनिटी भी इसका इन्फेक्शन नहीं रोक पाती। इसके गंभीर बीमारी देने की क्षमता पर रिसर्च चल रही है लेकिन WHO ने आगाह किया है।
XBB.1.16 को लेकर WHO का क्या कहना है
WHO की कोविड-19 टेक्निकल लीड मारिया वेन केरखोव के मुताबिक, XBB.1.16 पर ‘नजर रखने’ की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ‘हम वायरस के और बदलकर ज्यादा गंभीर होने को लेकर चिंतित हैं।’ हालांकि, उन्होंने कहा कि चूंकि यह वायरस कई महीनों से सर्कुलेट हो रहा है, ऐसा लगता नहीं कि इससे गंभीर बीमारी होती है। उन्होंने कहा कि नया सबवेरिएंट अमेरिका में फैले XBB.1.5 जैसा है लेकिन इसमें एक स्पाइक प्रोटीन ज्यादा है।
ओमीक्रोन XBB.1.16 सबवेरिएंट के लक्षण और इलाज
- मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, नए सबवेरिएंट XBB.1.16 के लक्षण काफी हद तक ओमीक्रोन के पिछले वेरिएंट्स जैसे ही हैं।
- तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, बदन दर्द, सिर में दर्द, सर्दी जैसे लक्षण आम हैं। सूंघने और टेस्ट करने की क्षमता नहीं जाती।
- राहत की बात यह है कि ज्यादातर मरीज घर पर सिर्फ आराम करके ठीक हो जा रहे हैं। XBB.1.16 वायरस से नाक बंद होने की शिकायतें हैं।
- डॉक्टर्स के अनुसार, को-मॉर्बिडिटीज वाली आबादी को नए सबवेरिएंट से ज्यादा रिस्क है।
क्या XBB.1.16 से आएगी कोरोना की खतरनाक लहर?
XBB.1.16 सबवेरिएंट की वजह से देश में कोरोना के मामले हाल के दिनों में बढ़े हैं। शुक्रवार को INSACOG की एक रिव्यू मीटिंग है। अभी तक कुछ भी ‘असामान्य’ नहीं मिला है। INSACOG के एक सदस्य के मुताबिक, XBB.1.16 के सारे मामले ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन के हैं मतलब वैक्सीन की चाहे जितनी डोज ली हों, यह संक्रमित कर रहा है। इसके बावजूद XBB.1.16 से 2021 जैसी डेल्टा लहर आने की आशंका नहीं है। ओमीक्रोन के चलते 2022 में कोरोना लहर देखी गई लेकिन फिलहाल वैसे खतरे से एक्सपर्ट्स इनकार कर रहे हैं।
वैक्सीन की चाहे जितनी डोज ली हों, XBB.1.16 से नहीं बचेंगे!
6 महीने बाद देश में कोरोना के सबसे ज्यादा केस
देश में रविवार को कोरोना संक्रमण के 3,824 नए मामले मिले। 184 दिनों में एक दिन में सर्वाधिक नए मामले हैं। रोजाना संक्रमण दर भी बढ़कर 2.87 प्रतिशत हो गई है। पिछले चार दिनों में तीसरी बार है, जब एक दिन में तीन हजार से ज्यादा केस आए हैं। पांच लोगों की मौत भी हो गई।