देश

मोका तूफान से दिल्ली समेत इन राज्यों का एक बार फिर बदल सकता है मौसम, क्या है IMD का अलर्ट

नई दिल्ली: दिल्ली समेत कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से बादलों की लुकाछिपी और बारिश की वजह से ठंडक का अहसास हो रहा था लेकिन अब तेजी से मौसम बदलने वाला है। दिल्ली, यूपी, राजस्थान में मंगलवार को तेज धूप ने परेशान किया। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिन में दिल्ली में पारा 40 के पार जा सकता है। वहीं, 11 मई के बाद तूफान मोका के कारण दिल्ली एनसीआर में बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई जा रही है। दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हवा का कम दबाव का क्षेत्र आज एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि चक्रवात के शुरू में उत्तर-पश्चिमोत्तर की ओर 12 मई की सुबह तक और बाद में बांग्लादेश-म्यांमा तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है।


मई में अब तक गर्मी से काफी राहत रही। कई लोगों ने इस तरह की ठंडी मई में पहली बार देखी, लेकिन अब गर्मी झेलने के लिए लोगों को तैयार हो जाना चाहिए। मंगलवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री रहा। यह सामान्य से दो डिग्री कम रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान 20.7 डिग्री रहा। यह सामान्य से 4 डिग्री कम है। आज आसमान साफ रहेगा। दिल्ली में 12 और 13 मई को पारा 40 के पार जा सकता है।


अब 12 मई को एक दूसरा वेस्टर्न डिस्टरबेंस आ रहा है, लेकिन यह सिस्टम कमजोर है। इसकी वजह से 12 और 13 मई को कुछ इलाकों में बादल छाएंगे और बूंदाबांदी हो सकती है। अब दिन के तापमान में तेजी से इजाफा होगा। राजस्थान के अनेक हिस्सों में गर्मी ने जोर पकड़ लिया है और मंगलवार को बाड़मेर 43 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म स्थान रहा। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान जैसलमेर और जालौर में 42.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि फलोदी (जोधपुर) और डूंगरपुर में यह 41.8, टोंक में 41.7, सिरोही और करौली में 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हवा का कम दबाव का क्षेत्र बुधवार को एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि चक्रवात के शुरू में उत्तर-पश्चिमोत्तर की ओर 12 मई की सुबह तक और बाद में बांग्लादेश-म्यांमा तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button