अपने 2000 रुपये के नोट का क्या करूं? जानें मन में उठ रहे हर सवाल का जवाब

नई दिल्ली: सरकार ने 2000 रुपये के नोट को लेकर बड़ा फैसला किया है। इन नोटों को चलन से बाहर किया जाएगा। यानी 2000 रुपये का नोट बंद होगा। यह खबर आने के बाद कुछ लोग उलझन में हैं। खासतौर से वे लोग परेशान हैं जिनके पास 2000 रुपये के नोट हैं। अगर आप भी उन्हीं में हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। नोट बंद होने का मतलब यह कतई नहीं है कि इनका मूल्य नहीं रह गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इसके लिए पर्याप्त समय देगा कि लोग इन्हें बदल सकें। आइए, यहां इससे जुड़े मन में उठ रहे हर सवाल के बारे में जानते हैं।
मेरे पास 2000 रुपये के नोट हैं, मैं क्या करूं?
अगर आपके पास 2000 रुपये के बैंक नोट हैं तो आपको घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। इन्हें आप अपनी सुविधा के अनुसार बदलवा सकते हैं। इसके लिए आरबीआई ने पर्याप्त समय दिया है।2000 रुपये का नोट अब चलेगा या नहीं?
2000 रुपये का नोट बिल्कुल वैध है। यह सिस्टम में अभी चलेगा। लेकिन, लेनदेन में शायद ही अब कोई इसे लेना चाहेगा। कारण है कि उसे भी इन्हें बदलवाना ही पड़ेगा। झमेले से बचने के लिए इन्हें लोग लेने से बच सकते हैं।
मैं 2000 रुपये के नोट कहां बदलवाऊं?
आरबीआई ने बताया है कि 2000 रुपये के बैंक नोट को किसी भी बैंक में बदलवा सकते हैं। यानी अगर आपका खाता भारतीय स्टेट (एसबीआई) में है और आपके घर के पास पंजाब नैशनल बैंक (PNB) है तो आप पीएनबी जाकर 2000 रुपये का नोट बदलवा सकते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो किसी स्पेसिफिक बैंक में जाकर नोट बदलने की जरूरत नहीं होगी। किसी भी बैंक में जाकर इन्हें बदला जा सकेगा।
बैंक का सामान्य कामकाम डिस्टर्ब नहीं हो, इसके लिए एक बार में 20,000 रुपये की सीमा तय की गई है। यानी 23 मई 2023 से आप एक बार में 20,000 रुपये तक 2000 रुपये के नोटों को बदलवा सकते हैं।
मैं कब तक अपने 2000 रुपये के नोट को बदलवा सकता हूं?
आपके पास अपने 2000 रुपये के नोट बदलवाने के लिए पर्याप्त समय होगा। लिहाजा, किसी तरह की जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। आरबीआई ने बताया है कि 2000 रुपये के नोटों को 30 सितंबर 2023 तक एक्सचेंज किया जा सकेगा। यानी इन नोटों को बदलने के लिए 23 मई से सितंबर तक का समय रहेगा।
क्या यह नोटबंदी है?
नहीं। यह कतई नोटबंदी नहीं है। 2000 रुपये के नोट पूरी तरह से मान्य रहेंगे। इन्हें बंद नहीं किया जा रहा है। अलबत्ता, सिस्टम से हटाने के लिए वापसी की जा रही है। आरबीआई को लगता है कि जिस उद्देश्य से इन्हें छापा गया था अब उसे पूरा कर लिया गया है।