दुनिया

धन का पुजारी, विचारधारा विहीन… पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को ‘उपाधियों’ से क्यों नवाज रहे इमरान खान?

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान देश के आर्थिक हालात को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर भड़के हुए हैं। उन्होंने एक भारतीय टीवी चैनल का वीडियो शेयर कर शहबाज शरीफ पर जमकर निशाना साधा। इमरान खान ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को धन का पुजारी, विचारधारा विहीन और कश्मीर मुद्दे पर समझौता करने वाला बताया। इमरान खान ने आरोप लगाया कि ऐसे लोग अगर बड़े पदों पर बैठते हैं तो इसी तरह से शर्मनाक परिणाम सामने आते हैं। इन दिनों पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था कंगाली के मोड़ पर खड़ी है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले कई दशकों में सबसे नीचे है।

इमरान खान ने क्या कहा

इमरान खान ने कहा कि जब धन के पुजारियों और किसी विचारधारा और विश्वास से विहीन लोगों को पदों पर बिठाया जाता है, तो इसी तरह के शर्मनाक परिणाम सामने आते हैं। इतना ही नहीं, यह व्यक्ति इस बात (तथ्य) से पूरी तरह अनजान है कि पाकिस्तान की अवधारणा को साकार करने के लिए हमारे पूर्वजों और पूर्वजों ने संघर्ष और बलिदान क्यों दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सिर्फ भारतीय लॉबी को समर्थन और खुश करने के लिए, वे कश्मीर के लोगों के अभूतपूर्व स्वतंत्रता संग्राम को दफनाने के लिए इच्छुक और तैयार हैं, जिसे एक लाख कश्मीरियों ने अपने खून से सींचा है।

कंगाल होने के कगार पर है पाकिस्तान

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इन दिनों कंगाली से गुजर रही है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर को दूसरे देशों से खैरात मांगना पड़ रहा है। खुद शहबाज शरीफ ने कुछ दिनों पहले कहा था कि हमारे एक हाथ में परमाणु बम है और दूसरे में कटोरा। उन्होंने पाकिस्तान के लिए भीख मांगने को शर्मिंदगी भरा भी बताया था। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार फरवरी 2014 के बाद सबसे निचले स्तर पर है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के अनुसार, देश के पास 5.8 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है।

बाढ़ के कारण चरम पर है महंगाई

पाकिस्तान में 2022 में आई बाढ़ ने कीमतों में आग लगा रखी है। आटा की कीमत सबसे ज्यादा है। पाकिस्तान के राज्य एक दूसरे पर गेहूं की खेप रोकने का आरोप लगा रहे हैं। गैस की काला बाजारी और जमाखोरी से लोगों को सिलेंडर नहीं मिल पा रहा। चीनी के लिए पाकिस्तानी सरकार को कोटा तय करना पड़ा है। प्याज और दूध की कीमत भी आम आदमी की पहुंच से बाहर जा चुकी है। यहां तक कि मुर्गे का मीट भी पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी तक महंगा हो गया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button