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सूडान से अपने लोगों को निकालने में लगे देश, मिस्र के राजनयिक को लगी गोली, अब तक 400 से ज्यादा की मौत

खार्तूम: अफ्रीका के तीसरे सबसे बड़े देश सूडान में सत्ता के लिए जारी संघर्ष के बीच अमेरिकी सेना ने रविवार को दूतावास के अधिकारियों को सूडान से बाहर निकाला और कई अन्य देशों की सरकारें भी अपने राजनयिक कर्मचारियों तथा राजधानी में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए प्रयासरत हैं। सूडान की राजधानी खार्तूम से नील नदी के पास स्थित शहर ओमडुरमैन में लड़ाई तेज हो गई है। ईद-उल-फितर पर तीन दिन की छुट्टी के साथ घोषित संघर्षविराम के बावजूद हिंसा हुई।

ओमडुरमैन में सरकारी टेलीविजन मुख्यालय के पास एक इमारत में रहने वाले अमीन अल-तैयद ने कहा, ‘हमने ऐसा संघर्षविराम नहीं देखा है।’ उन्होंने कहा कि भारी गोलीबारी हुई है और शहर विस्फोटों से दहल उठा है। खार्तूम स्थित हवाई अड्डे के ऊपर घना काला धुआं छा गया। सूडानी सैन्य बलों से लड़ाई के बीच अर्धसैनिक बल ने दावा किया कि खार्तूम के उत्तर में काफौरी में सेना ने हवाई हमले किए। फिलहाल सेना ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। एक सप्ताह के खूनी संघर्ष के बाद बचाव अभियान में अवरोध के बावजूद अमेरिकी विशेष सैन्य बलों ने रविवार तड़के खार्तूम से अमेरिकी दूतावास के 70 कर्मचारियों को इथियोपिया में एक अज्ञात स्थान पर पहुंचाया।

नागरिकों को निकलना खतरनाक

हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि सरकार द्वारा नागरिकों की समन्वित सामूहिक निकासी को अंजाम देना अभी भी बहुत खतरनाक है। अन्य देश भी अपने नागरिकों और राजनयिकों को निकालने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। फ्रांस, यूनान और यूरोप के देशों ने रविवार को कहा कि वे सहयोगी देशों के कुछ नागरिकों के साथ-साथ दूतावास के कर्मचारियों और नागरिकों के लिए निकासी अभियान शुरू कर रहे हैं। फ्रांस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ऐनी-क्लेयर लिजेंड्रे ने कहा कि फ्रांस यूरोपीय भागीदारों की मदद से अभियान चला रहा है।

इन देशों ने अपने नागरिकों को निकाला

यूनान के विदेश मंत्री निकोस डेंडियास ने कहा कि देश ने खार्तूम से 120 यूनानी और साइप्रस नागरिकों की निकासी की तैयारी में मिस्र में विमान और विशेष सैन्य बल को भेजा है। उन्होंने कहा कि अधिकतर लोगों ने खार्तूम के एक गिरजाघर में शरण ली है। नीदरलैंड ने भी जॉर्डन के लिए दो विमान भेजे हैं। इटली ने सूडान से अपने 140 नागरिकों की निकासी के लिए जिबूती में अपने सैन्य विमान भेजे हैं। सूडान के सैन्य बलों और शक्तिशाली अर्धसैनिक बल ‘रैपिड सपोर्ट फोर्स’ के बीच संघर्ष में देश के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को निशाना बनाया गया।


परिचालन ठप होने के साथ कई विमान क्षतिग्रस्त हो गए और कम से कम एक रनवे नष्ट हो चुका है। देश के अन्य हवाई अड्डों से भी परिचालन ठप है। संघर्ष के कारण जमीनी मार्ग से निकासी भी खतरनाक है। खार्तूम, लाल सागर पोर्ट सूडान से लगभग 840 किलोमीटर दूर है। हालांकि तमाम खतरों के बीच कुछ देश निकासी अभियान संचालित कर रहे हैं। सऊदी अरब ने शनिवार को कहा कि देश ने 157 लोगों को सफलतापूर्वक निकाला, जिनमें 91 सऊदी नागरिक और अन्य देशों के नागरिक शामिल हैं। सऊदी अरब के सरकारी टीवी ने खार्तूम से पोर्ट सूडान तक कार और बस से यात्रा कर रहे सऊदी और अन्य विदेशी नागरिकों के एक बड़े काफिले की फुटेज जारी की। इन लोगों को नौसेना के जहाज से लाल सागर के पार जेद्दा के सऊदी बंदरगाह तक पहुंचाया गया।

मिस्र के राजनयिक हुए घायल

जनरल अब्देल-फतह बुरहान के नेतृत्व में सूडान की सेना और जनरल मोहम्मद हमदान डागलो के नेतृत्व में ‘रैपिड सपोर्ट फोर्स’ के बीच सत्ता संघर्ष ने लोकतांत्रिक परिवर्तन के लिए सूडान की उम्मीदों को करारा झटका दिया है। संघर्ष में 264 नागरिकों सहित 400 से अधिक लोग मारे गए हैं और 3,500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मिस्र के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अहमद अबू जैद ने ज्यादा जानकारी दिए बिना कहा कि रविवार को सूडान में मिस्र के एक राजनयिक गोली लगने से घायल हो गए। हताहतों की संख्या पर नजर रखने वाले सूडान डॉक्टर्स सिंडिकेट के अनुसार लड़ाई के बीच कई घायल फंसे हुए हैं। संगठन ने कहा कि हताहतों की संख्या कहीं अधिक हो सकती है। सूडान डॉक्टर्स सिंडिकेट के सचिव अतिया अब्दल्ला अतिया ने कहा, ‘‘खार्तूम वीरान नजर आ रहा है। करीब आधी आबादी शहर छोड़ चुकी है और बाकी लोग यहां से निकलने का रास्ता तलाश रहे हैं।’’ संघर्ष के कारण लाखों लोग घरों में बंद हैं जिनके पास पर्याप्त बिजली, भोजन या पानी नहीं है।

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