झांसी मेडिकल कॉलेज हादसा; डिप्टी CM बृजेश पाठक बोले- शवों की पहचान के लिए होगा DNA टेस्ट, परिजनों को मिलेंगे 5-5 लाख
झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज की घटना ने हर किसी को दहला दिया है। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (NICU) में लगी आग ने 10 नवाजातों की जिंदगी लील ली। इस घटना के कारणों की जांच के लिए कमिटी का गठन कर दिया गया है। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस भयावह अग्निकांड को लेकर गहरी संवेदना जताई है। सीएम योगी ने झांसी मेडिकल कॉलेज में आग की घटना का संज्ञान लिया। उन्होंने दिवंगत बच्चों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। देर रात मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीमों को राहत कार्य तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए।
सीएम योगी ने झांसी मेडिकल कॉलेज की इस भयावह घटना की जानकारी मिलते ही एक्शन लिया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को मौके पर रवाना किया। मौके पर पहुंच कर उन्हें मेडिकल कॉलेज अग्निकांड के पीड़ितों के लिए उचित एक्शन लेने के निर्देश दिए। ब्रजेश पाठक ने घटनास्थल का जायजा लिया है। झांसी मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर सरकार ने तीन जांच कमिटी का गठन किया है।
सीएम लगातार रख रहे नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी रात घटनास्थल से पल-पल की जानकारी लेते रहे। टीवी पर भी नजर बनाए रखी। उन्होंने अधिकारियों से भी इस घटना को लेकर अपडेट लिया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी घटना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सीएम और वह स्वयं लगातार इस घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पीड़ित परिवारों के साथ सरकार हर स्तर पर खड़ी है। इसका भरोसा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
मुआवजे का ऐलान
सीएम योगी ने आगलगी में मृतक बच्चों के परिजनों को मुआवजे का ऐलान किया है। सीएम योगी के निर्देश पर घटना में असमय काल कवलित नवजात बच्चों के माता-पिता को 5-5 लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। इस आगलगी की घटना को लेकर झांसी के मंडलायुक्त और डीआईजी को 12 घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। इसको लेकर भी प्रशासनिक जांच शुरू हो गई है।