गाजियाबाद: बीवी को न देना पड़े खर्च, पूर्व पति ने पहले किया किडनैप, फिर कर दी हत्या

मोदीनगर। ब्रह्मपुरी कॉलोनी से 21 जनवरी को लापता महिला मधु (41) की हत्या उसके पति सोनू (42) ने ही चुन्नी से गला दबाकर की। इसके बाद शव को हरिद्वार में चंडी देवी मंदिर के निकट खाई में फेंक दिया। शव को कोई खोज नहीं सके, इसलिए उसे पत्थरों से छिपा दिया। कोर्ट ने सितंबर 2024 में सोनू को पत्नी मधु को एलिमनी राशि पांच लाख व छह हजार प्रतिमाह देने का फैसला दिया था। तभी से सोनू गुस्से में था।
उसने 21 जनवरी को अपनी स्विफ्ट कार से मधु का अपहरण किया और चंड़ी मंदिर हरिद्वार लेकर गया। वहां पहले हर की पौड़ी पर स्नान किया। इसके बाद चंड़ी मंदिर के पास ले जाकर हत्या कर दी। वारदात के बाद वह अपना मोबाइल बंद कर अंडरग्राउंड हो गया। मधु का मोबाइल भी खाई में फेंक दिया। पुलिस की तीन टीमें पिछले चार दिन में हरिद्वार में थी। सोनू के कई करीबियों को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लेकर पूछताछ की। अब जाकर पूरी गुत्थी सुलझी है। सोनू को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।
शादी के दो साल बाद ही होने लगा विवाद
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि मधु शर्मा की शादी भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव चुड़ियाला के वीरेंद्र उर्फ सोनू से 2002 में हुई थी। दो साल बाद ही इनके बीच विवाद होने लगा। मधु ने बेटी को जन्म दिया। लेकिन उसकी मौत हो गई। इसके बाद सोनू ने कोर्ट में तलाक का वाद दायर कर दिया। 2014 में एकपक्षीय तलाक स्वीकृत हो गया।
इसके बाद मधु के स्वजन ने परिवार न्यायालय में वाद दायर कर दिया। जिसपर सितंबर 2024 में कोर्ट ने पिछले साल के पांच लाख व सितंबर के बाद से छह हजार रुपये प्रतिमाह के आदेश जारी कर दिये। तभी से मधु के स्वजन सोनू पर रुपये के लिए दबाव बना रहे थे। ऐसे में उसने मधु को रास्ते से हटाने की योजना तैयार की।
छह टीमों ने पांच दिन में किया पर्दाफाश
पुलिस ने 31 दिसंबर को सोनू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इसको लेकर पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया। चूंकि सोनू व मधु के मोबाइल की आखिरी लोकेशन हरिद्वार आ रही थी। ऐसे में तीन टीमों को हरिद्वार भेजा गया। तीन टीमें चुड़ियाला में सोनू के करीबियों से जानकारी जुटा रही थी। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय खुद मामले को लीड कर रहे थे। तमाम लोगों के मोबाइल की काल डिटेल्स खंगाली गई। कईयों से पूछताछ हुई। छह टीमों ने पांच दिन में घटना का पर्दाफाश कर दिया।
हत्या के बाद बदले कई ठिकाने
पुलिस के मुताबिक, आरोपित ने हत्या के बाद कई ठिकाने बदले। वह अपने रिश्तदारों, दोस्तों व होटल समेत अन्य जगहों पर ठहरा। 21 जनवरी के बाद से वह अपने घर नहीं आया। पुलिस का दावा है कि सोनू मंगलवार को मोदीनगर की सौंदा रोड पर आया था। यहां मुखबिर की सूचना पर उसे दबोचा गया। उधर, पुलिस का कहना है कि मंगलवार दोपहर मधु का शव पुलिस ने बरामद किया। बुधवार को उसका हरिद्वार में ही पोस्टमार्टम हुआ।
बहन को इंसाफ दिलाने डटी रही मंजू
मधु गाजियाबाद के एक ब्यूटी पार्लर में नौकरी करती थी। 21 जनवरी को जब मधु ड्यूटी से नहीं लौटी तो बहन मंजू को अनहोनी का अंदेशा हो गया था। उन्हें पता चला कि आखिरी बार सोनू के साथ देखा गया है। वे उसी दिन से सोनू पर हत्या का आरोप लगा रही थी। सोनू को पकड़ने की मांग काे लेकर वे रोजाना थाने पहुंच रही थी। पुलिस से कहतीं रही कि सोनू को पकड़ा जाए तो घटना का पर्दाफाश हो जाएगा।