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तबाह तुर्की को फिर खड़ा होने में लगेंगे कई साल, अब तक 28,000 मौतें, जनता के गुस्से से एर्दोगन घबराए

अंकारा: तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप से हुई मौतों की संख्या चौंका देने वाली है। भूकंप के बाद आए ड्रोन फुटेज और सैटेलाइट तस्वीरों में विनाश की असली कहानी कह रही हैं। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ द रेड क्रॉस (IFRC) में आपदा, जलवायु और संकट की निदेश कैरोलिन होल्ट का कहना है कि प्रभावित इलाका लगभग फ्रांस के आकार का है। तुर्की और सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या 28 हजार पहुंच गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, ताकि अगर अभी भी कोई बचा हो उसे निकाला जा सके। अकेले तुर्की में भूकंप से 24,617 लोगों की मौत हो चुकी है।
तुर्की के सामने सर्च ऑपरेशन खत्म होने के बाद एक बार फिर से लोगों का जीवन सुधारना सबसे बड़ी चुनौती है। तुर्की को लंबे समय तर पुनर्निर्माण पर ध्यान देना होगा। हालांकि तुर्की पहले भी इस तरह की आपदा झेल चुका है और खुद को बनाया है। लेकिन सवाल है कि आखिर उसने इतिहास से क्या कुछ सीखा है और क्या सीख अमल में लाई जाएगी। तुर्की में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मौतों का आंकड़ा जैसे-जैसे बढ़ रहा है, वैसे ही लोगों का गुस्सा भी बढ़ता जा रहा है। लोगों का मानना है कि सरकार इस विनाशकारी घटना की तैयारी करने में असफल रही।